चार धाम यात्रा तो शुरू लेकिन श्रद्धालुओं की राह नहीं आसान, सड़कों की हालत बेहद खस्ताहाल

Nawab Ali, Last updated: Sat, 18th Sep 2021, 6:28 PM IST
  • उत्तराखंड में कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद चारधाम यात्रा आज से शुरू हो गई. केदारनाथ और बद्रीनाथ में स्थानीय लोगों ने बाबा केदारनाथ के दर्शन किये. उत्तराखंड सरकार यात्रा के लिए तमाम दावे कर रही है लेकिन यात्रा मार्ग पर बदहाल हाइवे सरकार के लिए बड़ी चुनौती है.
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा सड़के बदहाल स्थिति में. (फाइल फोटो)

देहरादून. उत्तराखंड नैनीताल हाईकोर्ट से चारधाम यात्रा को हरी झंडी मिलने के बाद यात्रा आज से शुरू हो गई है. स्थानीय लोगों ने केदारनाथ धाम में जाकर पूजा अर्चना की है. चारधाम यात्रा को लेकर उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार भी तैयारियों में जुटी हुई है. उत्तराखंड में मानसून अभी सक्रीय है ऐसे में चारधाम यात्रा को सुरक्षित बनाना सरकार के लिए एक चुनौती है. चारधाम यात्रा मार्गों पर सड़कें खस्ताहाल पड़ी हुई है. पहाड़ों से मलबा रोड पर आने से लगातार हालात खराब बने हुए हैं. सड़कों की खराब हालत से तीर्थयात्रियों को कई मुसीबतों का सामना करना पड़ेगा.

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद लाखों परिवारों के रोजगार की उम्मीद जगने लगी है. काफी समयसे कोरोना संक्रमण के कारण चारधाम यात्रा पर विराम लग गया था. लेकिन अब चारधाम यात्रा में कम समय बचा हुआ है ऐसे में सरकार के आगे यात्रा को सुरक्षित बनाना एक तरह से चुनौती है. उत्तराखंड में बारिश के कारण चारधाम यात्रा के मार्ग बदहाल है. खासकर बात की जाये चमोली की तो चाड़ा, पागलनाला, गुलाबकोटी, खचड़ा नाला, लामबगड़ नाला और रड़ांग बैंड में सड़कों बदहाल हैं. कारण सड़कों पर मलबा आ जाने से कई घंटों मार्ग बंद रहता है. हालांकि उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार का कहना है की खराब मार्गों की जल्द से जल्द मरम्मत का कार्य पूओरा कर लिया जायेगा. चमोली में इन दिनों ऑल वेदर रोड का काम भी चल रहा है जिस कारण सड़के और संकरी हो गई है.

उतराखंड: दून मेडिकल कॉलेज में सामने आया रैंगिग का मामला, मुख्यमंत्री पोर्टल सहित प्राचार्य से की गई शिकायत

ऋषिकेश बद्रीनाथ हाइवे की बात की जाए तो तपोवन से रुद्रप्रयाग तक हाइवे के हाल बदहाल है. इस हाइवे पर कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां पर भूस्खलन की समस्या बनी रहती है. बारिश के मौसम में यह हाइवे ज्यादातर वक्त बंद ही रहता है म जिला प्रशासन के लिए यह एक बड़ी चुनौती है. इस हाइवे पर सड़क चौड़ीकरण का काम हुआ है जिससे काटी गई पहाड़ियां कमजोर हो गई हैं इस कारण सड़कों पर भारी मलबा आने का डर रहता है. कई जगह यात्रियों के जाने के लिए वैकल्पिक सिंगल रोड बनाया गया हुआ है. तोताघाटी, कौड़ियाला, सिंगटाली, महादेव चट्टी, शिवमूर्ति, भरपूर, नरकोटा, सिरोहबगड़, कलियासौड़ व चमधार जैसे क्षेत्र यातायात के लिए समस्या बने हुए हैं. चारधाम यात्रा मार्गों पर भारी मलबा हटाने के लिए युद्धस्तर पर मलबा हटाने की जरुरत है.

 

अन्य खबरें