चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड पर पूर्व CM त्रिवेंद्र सिंह रावत का बयान, विलेन बनतें हैं तो कोई दिक्कत नहीं

Ankul Kaushik, Last updated: Mon, 20th Sep 2021, 11:38 AM IST
  • उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के गठन पर उठने वाले सवालों पर बयान दिया है. पूर्व सीएम ने कहा कि विश्व के 125 करोड़ हिंदुओं की सुविधा के लिए इस बोर्ड का गठन हुआ था अगर इस उद्देश्य के लिए वह विलेन बनते हैं तो इसमें कोई दिक्कत नहीं है.
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (फाइल फोटो)

देहरादून. उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड का गठन किया था. इस बोर्ड को लेकर तीर्थ पुरोहितों ने विरोध भी किया जिसके चलते उत्तराखंड सरकार ने एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित कर दी. हालांकि पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत अपनी सरकार द्वारा लिए गए इस फैसले को अभी भी सही मानते हैं. हाल ही में त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि अगर किसी अच्छे उद्देश्य के लिए वह विलेन भी बनते हैं तो इसमें कोई दिक्कत नहीं है. इसके साथ ही त्रिवेंद्र सिंह ने कहा कि उन्होंने यह फैसला विश्व के 125 करोड़ हिंदुओं की सुविधा को देखते हुए लिया गया था. इस वजह से उत्तराखंड में ही जागेश्वर धाम के बोर्ड को देखते हुए ही चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड का गठन किया गया था. क्योंकि आप देश में जहां भी ऐसे बोर्ड देखेंगे वहां पर आपको व्यवस्थाएं अच्छी मिलेंगी.

इसके साथ ही उनके खिलाफ हो रहे विरोध को लेकर कहा कि यदि हम अपनी दिशा, सोच, उद्देश्य को लेकर साफ हैंऔर विरोध भी हो रहा तो कोई बात नहीं है. क्योंकि आपने देखा होगा कि वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड को लेकर भी विरोध हुआ था हम ऐसी ही व्यवस्था चाहते थे. हालांकि ऐसा सिस्टम नहीं बनाएंगे क्योंकि ऐसा होगा तो साल 2013 जैसी स्थिति होगी.

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पार्टी में हुए बदलाव पर पूर्व सीएम ने कहा कि पार्टी में युवा चेहरों को जिम्मेदारी दी जा रही है. इसलिए पहले तीरथ सिंह रावत को जिम्मेदारी मिली थी और फिर पुष्कर सिंह धामी को भी युवा नेता होने के नाते जिम्मेदारी दी गई है. इसके साथ ही उत्तराखंड बीजेपी में गुटबाजी के सवाल पर पूर्व सीएम ने कहा कि कभी-कभी हल्के मनमुटाव तो होते हैं लेकिन हम सभी एक ही रास्ते के राही हैं और अलग नहीं हैं.

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