उत्तराखंड में दो साल के बाद कांवड़ियों की मन्नत पूरी, कावड़ यात्रा से हटा प्रतिबंध

Smart News Team, Last updated: Mon, 21st Feb 2022, 5:10 PM IST
  • कोरोना की पाबंदियां खत्म होने के बाद कांवड़ यात्रा को राज्य सरकार की तरफ मंजूरी दे दी गई. कोरोना की वजह से दो साल से कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगा हुआ था. कांवड़ यात्रा से प्रतिबंध हटने से भक्तों में धर्मनगरी हरिद्वार पहुंच रहे भक्तों में खुशी की लहर है. प्रशासन ने भी कावड़ यात्रा को लेकर अपनी तैयारियां शुरु कर दी हैं.
उत्तराखंड में दो साल के बाद कांवड़ियों की मन्नत पूरी, कावड़ यात्रा से हटा प्रतिबंध

देहरादून. देश में कम होते कोरोना संक्रमण के चलते धर्मनगरी हरिद्वार में एक बार फिर बोल बम के जयकारें लगने लगे हैं. प्रदेश में कोरोना की पाबंदियां खत्म होने के बाद कांवड़ यात्रा को भी मंजूरी दे दी गई है. महाशिवरात्रि पर इस बार कावड़ यात्रा निकाली जाएगी. जिसको लेकर प्रशासन ने अपनी कमर कस ली है. ट्रैफिक जाम की स्थिति से निपटने के लिए अतिरिक्त पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है. कावड़ यात्रा से पाबंदी हटने के बाद धर्मनगरी पहुंच रहे कांवड़ियों के चहरों पर खुशी देखी जा सकती है.

कोरोना की वजह से पिछले दो सालों से कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगा हुआ था. जिसकी वजह से कावड़िये निराश थे. अब प्रतिबंध हटने के बाद महाशिवरात्रि के पर्व से पहले काफी संख्या में कावड़िये धर्मनगरी में कांवड़ लेने पहुंच रहे हैं. श्रावण पक्ष में हरियाणा से अधिक कांवड़ आते है. इसके साथ बिजनौर, नूरपुर, नगीना, नजीवाबाद, बरेली से भी भक्त अधिक कांवड़ लेकर आते हैं.

उत्तराखंड: बिजली बिल में मिलेगी राहत, UPCL ने बदला बिलिंग चक्र, ऐसे होगा फायदा

इस बार भी हरियाणा से बड़ी संख्या में कांवड़िये कांवड़ लेने धर्मनगरी में पहुंच रहे हैं. यहां के बाजार भी कांवड़ियों से गुलजार हो गए हैं. हरियाणा से आए कांवड़ियों ने बताया कि कांवड़ यात्रा पर कोरोना संक्रमण के चलते प्रतिबंध था. लेकिन भोले बाबा के आशीर्वाद के चलते संक्रमण दर कम होने से महाशिवरात्रि पर्व पर कोरोना की रोक खत्म होने से हमें यह पवित्र यात्रा फिर से करने का अवसर मिला है. वहीं किसी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण सावन मास की कांवड़ यात्रा दो साल बंद रही. हम तो कोरोना की पाबंदी खत्म होने का इंतजार कर रहे थे.

1 मार्च को महाशिवरात्रि के अवसर पर हर कोई शिवमयी हो जाएगा. फाल्गुन कृष्ण पक्ष चतुर्दशी के दिन महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन का व्रत श्रवण मास के 30 दिनों के व्रत के बराबर होता है. इस दिन कांवड़िये भगवान शिव का अभिषेक करते हैं.

अन्य खबरें