कुत्ते सूंघकर बताएंगे कोविड संक्रमित है या नहीं, कैंसर की करेंगे पहचान

Ruchi Sharma, Last updated: Sat, 15th Jan 2022, 10:14 AM IST
  • इंग्लैंड के एक परोपकारी संगठन ने दावा किया है कि कुत्तों का इस्तेमाल इंसानों में कोरोना वायरस और कैंसर जैसी बड़ी बीमारियों की पहचान के लिए भी किया जाएगा. संगठन ने छह कुत्तों को इसके लिए ट्रेनिंग दी है.
प्रतीकात्मक तस्वीर

कुत्तों का इस्तेमाल पुलिस, सेना और कस्टम विभाग नशीली दवाओं व क्राइम की पहचान करने के लिए सालों से किया जा रहा है. कुत्ते किसी भी चीज को सूंघ करके बताने में काफी एक्सपर्ट होते हैं, लेकिन अब इन कुत्तों का इस्तेमाल इंसानों में कोरोना वायरस और कैंसर जैसी बड़ी बीमारियों की पहचान के लिए भी किया जाएगा. पहले कोरोना की पहचान के लिए एंटीजन और RTPCR टेस्ट की जरूरत होती थी, लेकिन अब एक कुत्ता भी सूंघ कर बता सकता है कि किसी को कोविड -19 संक्रमण है या नहीं. वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि उन्होंने कुछ ऐसे कुत्तों को ट्रेन्ड किया है, जो अब सूंघकर बीमारी की पहचान करेंगे.

दरअसल यह दवा इंग्लैंड के एक परोपकारी संगठन ने किया है. इन्होंने छह खास पिल्लो को इंसान में इन लोगों की गंध पहचान करने की ट्रेनिंग दी. मेडिकल डिटेक्शन डॉग्स ने एक विशेष प्रजनन प्रक्रिया अपनाकर लैब्राडोर नस्ल के छह पिल्लों को जन्म दिया. अब यह इंसानों में इन लोगों की दुर्गंध पहचान रहे हैं.

 

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इन रोगों की पहचान के लिए भी दी जा रही ट्रेनिंग

इंग्लैंड का यह संगठन गंध से इंसानी रोगों की पहचान करने की लिए कुत्तों को ट्रेनिंग देने का काम करते हैं. इन छह कुत्तों में से तीन मादाएं हैं. यहां मेडिकल डिटेक्शन डॉग्स द्वारा तैयार की गई विशेष कुत्तों की टोली है. यह जल्द ही कैंसर, पार्किंसन और मलेरिया जैसी बीमारियों की गंध का पता लगाने के लिए विशेष रूप से ट्रेंड किए जाएंगे. इसके अलावा इन्हें टाइप 1 डायबिटीज , पोस्टुरल, ऑर्थोस्टैटिक टैचीकार्डिया सिंड्रोम और गंभीर एलर्जी की गंध को पहचानने के लिए भी ट्रेनिंग दी रही है.

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