हेलिकॉप्टर सर्विस के लिए चारधाम यात्रियों को करना होगा DGCA की अनुमति का इंतजार

Mithilesh Kumar Patel, Last updated: Sun, 19th Sep 2021, 9:41 PM IST
  • उत्तराखंड सरकार ने श्रद्धालुओं के लिए चारधाम यात्रा शुरूआत कर दी है. मगर श्रद्धालुओं को केदारनाथ और हेमकुंड साहिब के लिए मिलने वाले हेलिकॉप्टर सर्विस का इंतजार करना होगा. क्योंकि पहाड़ी इलाको में बने हेलीपैडो की जांच के बाद हीं महानिदेशक नागरिक उड्डयन (DGCA) हवाई सेवा की अनुमति देते हैं.
चारधाम यात्रा करने उत्तराखंड पहुचें श्रद्धालुओं को हेलिकॉप्टर सर्विस के लिए करना होगा इंतजार( फाइल फोटो : प्रतिकात्मक)

देहरादून. उत्तराखंड के चारधाम यात्रा में शामिल होने वाले हेलिकॉप्टर प्रेमी श्रद्धालुओं को इस बार थोड़ी सी निराशा हो सकती है. क्योंकि हर साल केदारनाथ और हेमकुंड साहिब के लिए मिलने वाली हेलिकॉप्टर सर्विस का उन्हें इस बार इंतजार करना पड़ेगा. इसे लेकर अभी तक महानिदेशक नागरिक उड्डयन (DGCA) कार्यालय की तरफ से हेलिकॉप्टर के टेक आफ और लैंडिग के लिए संबंधित हेलीपैडो को अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) जारी नहीं हुआ है. लेकिन इन श्रद्धालुओं के लिए एक खुशखबरी है कि हेलिकॉप्टर सर्विस के किराए में किसी प्रकार की  वृद्धि नहीं की गई है. ऐसा इसलिए है क्योंकि गत वर्ष नागरिक उड्डयन विभाग और हेलिकॉप्टर कंपनियों के बीच 3 साल का करार किया गया है.

दरअसल NOC जारी करने के लिए DGCA उत्तराखंड जैसे पहाड़ी इलाको में बनाए गए संबंधित सभी हेलीपैडों का सर्वे करेंगे. DGCA की तरफ से NOC मिलने के बाद ही केदारनाथ और हेमकुंड साहिब के लिए हेलिकॉप्टर सर्विस मतलब हवाई यात्रा की सुविधा मिल सकेगी.

HC के आदेश के बाद चारधाम यात्रा को शुरू करने की तैयारी में धामी सरकार, बनाई जा रही गाइडलाइन

गौरतलब है कि उत्तराखंड में हर साल केदारनाथ और हेमकुंड के लिए हेलिकॉप्टर सर्विस संचालित की जाती है. इस हेलिकॉप्टर सर्विस को सुचारु रुप से संचालित करने और यात्रियों को कम किराए पर सेवाएं मुहैया कराने के लिए साल 2020 में नागरिक उड्डयन विभाग ने हेली कंपनियों  के साथ 3 साल का करार किया था. 

इस साल अप्रैल में आए कोरोना महामारी के दूसरे वेब के कारण संक्रमित मामलों में हुई वृद्धि ने सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी थी. मगर अब हाईकोर्ट से मंजूरी मिलने के बाद उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा की शुरूआत कर दी है. इस यात्रा में शामिल हो रहे श्रद्धालुओं ने हेलिकॉप्टर सेर्विस से संबंधित जानकारीयां जुटाना शुरू कर दिया है. मगर फिलहाल हेलिकॉप्टर सेर्विस शुरू नहीं की जा रही हैं. इसके न शुरू होने का प्रमुख कारण यह कि पर्वतीय क्षेत्रों में बने हेलीपैड की जांच, नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा किया जाना बहुत जरूरी होता है जो अभी बाकी है.

सचिव नागरिक उड्डयन दिलीप जावलकर का कहना है कि साल 2020 में तीन साल के लिए हेलिकॉप्टर सर्विस मुहैया कराने वाली कंपनी और नागरिक उड्डयन विभाग के बीच करार किए गए हैं. अब DGCA के सर्वे के बाद ही हेलिकॉप्टर सेर्विस शुरू होंगी. मिली जानकारी के मुताबिक हेलिकॉप्टर सर्विस के लिए 3 साल का करार हुआ है इसलिए किराए में किसी प्रकार की वृद्धि  संभव नहीं है.

हेलिकॉप्टर सर्विस के लिए एक तरफ का किराया (रुपये में)

बताया जा रहा है कि साल 2020 में सिरसी से केदारनाथ के लिए 2340 रुपया, फाटा से केदारनाथ के लिए 2360 रुपया, गुप्तकाशी से केदारनाथ के लिए 3875 रुपया और 2975 रुपया गोविंदघाट से घांघरिया के लिए किराया निर्धारित किया गया है.

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