फिल्ममेकर अली अकबर का ऐलान इस्लाम छोड़ बनेंगे हिंदू, बोले-मैं आज से मुसलमान नहीं

Pallawi Kumari, Last updated: Mon, 13th Dec 2021, 1:21 PM IST
  • केरल फिल्ममेकर अली अकबर ने इस्लाम धर्म छोड़ने का फैसला किया है. जनरल बिपित रावत की मौत पर हंसने वाले मुसलमानों से नाराज होकर उन्होंने ये कदम उठाया. इतना ही नहीं अली अकबर ने एक वीडियो पोस्ट कर कहा- मैं आज से मुसलमान नहीं हूं.
निर्देशक अली अकबर ने किया इस्लाम छोड़ने का फैसला

केरल में मलयालम फिल्ममेकर और संघ परिवार के समर्थक अली अकबर ने एक ऐसी घोषणा कर डाली जिससे सभी हैरान रह गए. उन्होंने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो में इस्लाम धर्म छोड़ने की घोषणा की. अकबर ने कहा कि वह और उनकी पत्नी लुसिम्मा अब मुसलमान धर्म छोड़ देंगे और हिंदू धर्म अपनाएंगे. बिपिन रावत की मौत पर खुशी मनाने वाले मुसलमानों से खफा होकर अकबर ने यह फैसला लिया है.

अकबर ने कहा कि, हैलिकॉप्टर क्रैश में दुर्भाग्यपूर्ण सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी सहित 11 के मौत पर पूरा देश गमगीन है. लेकिन सोशल मीडिया पर यह देखा गया कि कई मुसलमान मौत की दुखद घटना पर भी हंसने की इमोजी बना रहे थे. ऐसा करते हुए उन्होंने एक तरह से खुशी जाहिर की. अकबर ने रावत की मौत पर खुशी मनाने वाले और हंसने वाले इमोजी पोस्ट करने वाले लोगों की आलोचना की और कहा कि, मैं राष्ट्रविरोधियों के साथ खड़ा नहीं हो सकता. वीडियो में अकबर ने कहा-'मैं आज से मुसलमान नहीं हूं. मैं एक भारतीय हूं.' उन्होंने कहा “मैं उन कपड़ों का एक टुकड़ा फेंक रहा हूँ, जिनके साथ मैं पैदा हुआ था.

रिलीज होने से पहले विवादों में '83', दीपिका सहित इन लोगों पर धोखाधड़ी का आरोप

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अकबर ने कहा कि सोशल मीडिया पर कई राष्ट्र विरोधी गतिविधियां होती हैं. बिपिन रावत की मौत पर मुस्कुराना इसका ताजा उदाहरण है. उन्होंने कहा, रावत की मौत की खबर पर मुस्कुराते हुए इमोजी शेयर करना और जश्न मनाने वाले अधिकांश यूजर्स मुस्लिम थे. 

ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि रावत ने पाकिस्तान और कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ कई कार्रवाई की थी. एक बहादुर अधिकारी और देश का अपमान करने वाली इन सार्वजनिक पोस्टों को देखने के बावजूद भी किसी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. इतना कि शीर्ष पर बैठे मुस्लिम नेताओं ने भी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. इसलिए मैं ऐसे धर्म का हिस्सा नहीं हो सकता.

अली अकबर ने कहा कि वह और उनकी पत्नी धार्मिक विवरण बदलने की प्रक्रिया करेंगे. हालांकि वह अपनी दोनों बेटियों को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि , यह उनकी अपनी पसंद और इच्छा है. इसलिए ये फैलवा भी उनका है.

बता दें कि अली अकबर भारतीय जनता पार्टी की राज्य समिति के सदस्य थे. हालांकि पार्टी नेतृत्व से कुछ असहमति के बाद उन्होंने अक्टूबर में पद छोड़ दिया था. साल 2015 में, अकबर ने इस बात का भी खुलासा किया था कि एक मदरसे में रहने के दौरान एक 'उस्ताद' द्वारा उनका यौन शोषण किया गया था.

वेब सीरीज 'मिर्जापुर' के प्रोड्यूर्स को इलाहाबाद हाईकोर्ट से राहत, FIR रद्द

अन्य खबरें