गलती विभाग की और उपभोक्ता पर मढ़ दिया बिजली चोरी का इल्जाम, जानिए पूरा मामला
- गोरखपुर में बिजली विभाग की लापरवाही का मामला सामने आया है. इतना ही नहीं विभाग की गलती होने के बावजूद ग्राहक के खिलाफ बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज कराया गया है.
गोरखपुर: गोरखपुर में बिजली विभाग की गलती का खामियाजा गांव के मेहताब को भुगतना पड़ रहा है. मेहताब पर बिजली चोरी का आरोप लगाकर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है. मेहताब ने बताया कि बिल में गड़बड़ी विभाग ने की है और बिजली चोरी का मुकदमा मुझपर दर्ज कर दिया गया. जबकि जिसकी गलती है उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराना चाहिए. मेहताब के मुताबिक, बिजली विभाग की तरफ से जितने की कनेक्शन दिया गया उसी हिसाब से हर महीने बिजली का बिल भर रहे थे.
दरअसल, गोरखपुर के मोहरीपुर क्षेत्र के जंगल बहादुर अली गांव के मेहताब कोरोना की पहली लहर में मुंबई से वापस अपने गांव लौटे थे. फिर उन्होंने बाहर जाने के बजाय अपना रोजगार करने का सोचा और उन्होंने आटा चक्की लगाई. इसके लिए उन्होंने ग्रामीण वितरण खंड प्रथम से औद्योगिक श्रेणी में आठ किलोवाट का कनेक्शन लिया. टीसी जारी होने के बाद मेहताब ने जुलाई-20 में पैसा जमा कर कनेक्शन भी चक्की पर जोड़वा लिया. लेकिन कर्लक ने नंबर जारी करते समय गलती से कनेक्शन की विधा के कॉलम में एलएमवी-6 की जगह एलएमवी-2 लिखकर बिल जारी कर दिया. मेहताब हर महीने आने वाले बिजली बिल का नियमित भुगतान करता रहा.
गोरखपुर: जमीन के लिए परिवार ने की बेटे की पीट-पीटकर हत्या, मां-पिता और भाई पर केस दर्ज
मेहताब ने बताया कि दो दिन पहले विजिलेंस टीम प्रभारी नरेंद्र सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे. कनेक्शन के कागजात और बिल भुगतान की रसीद मांगी, कागजात देखने के बाद उन्होंने कहा कि आपका कनेक्शन औद्योगिक श्रेणी में होना चाहिए जबकि बिल भुगतान एलएमवी-2 में कर रहे है. यह तो बिजली चोरी का मामला है. मेहताब ने टीम को बताया कि उसने औद्योगिक श्रेणी में कनेक्शन लिया है. लेकिन विजिलेंस प्रभारी ने उसकी एक न सुनी.
अन्य खबरें
गोरखपुर: जमीन के लिए परिवार ने की बेटे की पीट-पीटकर हत्या, मां-पिता और भाई पर केस दर्ज
गोरखपुर में आफत बनी बरसात, जलजमाव के कारण लोग हो रहे बीमार
सीएम योगी जल्द देंगे तोहफा, गोरखपुर में घर-घर बिछने लगी PNG पाइपलाइन, जानें कनेक्शन कीमत