सरकार स्कूल ड्रेस का 300, स्वेटर 200, जूता 135, मोजा 21 और बैग का 100 दे रही, मिलेगा किस मार्केट में?

Somya Sri, Last updated: Fri, 8th Oct 2021, 1:23 PM IST
  • गोरखपुर के बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से अब बच्चों के ड्रेस वितरण का पैसा अभिभावकों के खाते में सीधे भेजा जा रहा है. अब अभिभावकों को ही अपने बच्चे के लिए 2 जोड़ी स्कूली कपड़े, एक स्वेटर, एक जूता- मोजा, स्कूल बैग खरीदना होगा. जिससे अभिभावकों की मुश्किलें अब और बढ़ गई है क्योंकि स्कूल की ओर से पेरेंट्स को मात्र 1056 ही प्राप्त हो रहे हैं. इतने कम पैसे में बच्चों का पूरा सामान खरीदना उनके लिए चिंता का विषय बन गया है.
सरकार स्कूल ड्रेस का 300, स्वेटर 200, जूता 135, मोजा 21, बैग का 100 दे रही, मिलेगा किस मार्केट में?

गोरखपुर: गोरखपुर के परिषदय स्कूल में अब बच्चों के ड्रेस वितरण का पैसा अभिभावकों के खाते में सीधे भेजा जा रहा है. अब अभिभावकों को ही अपने बच्चे के लिए 2 जोड़ी स्कूली कपड़े, एक स्वेटर, एक जूता- मोजा, स्कूल बैग खरीदना होगा. जिससे अभिभावकों की मुश्किलें अब और बढ़ गई है क्योंकि स्कूल की ओर से पेरेंट्स को मात्र 1056 ही प्राप्त हो रहे हैं. इतने कम पैसे में बच्चों का पूरा सामान खरीदना उनके लिए चिंता का विषय बन गया है. अभिभावकों के लिए चिंता का विषय बन गया है कि इतने कम पैसे में वह किस मार्केट से गुणवत्तापूर्ण कपड़े और बच्चों के बाकी अन्य स्कूली सामान खरीद पाएंगे.

बता दें कि बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से पहले बच्चों को निशुल्क दो सेट ड्रेस, एक स्वेटर, एक जूता, एक मोजा और एक बैग मिलता था. लेकिन, इस बार ये सामान खरीदने के लिए अभिभावकों को सीधे खाता में पैसे भेजे जा रहे हैं. जानकारी के मुताबिक इस बार प्रति जोड़ी 300 रुपये के हिसाब से दो सेट ड्रेस के लिए 600 रुपये, 200 रुपये स्वेटर, 135 रुपये जूता, 21 रुपया मोजा और 100 रुपया बैग के लिए कुल 1056 रुपये दिए जा रहे हैं.

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अभिभावकों का कहना है कि पहले स्कूल की ओर से सामान मिल जाता तो ठीक था. अब अलग से अपना पैसा लगाकर गुणवत्तापूर्ण सामान खरीदना पड़ रहा है. अभिभावकों को चिंता है कि, "इतने कम पैसे में वे बच्चों का स्कूल ड्रेस सहित बाकि अन्य चींजे कैसे खरीदेंगे. हालांकि खलीलाबाद जूनियर हाईस्कूल की प्रधानाध्यापक विजयलक्ष्मी त्रिपाठी का कहना है कि सरकार ने इस बार शिक्षकों को ड्रेस वितरण से मुक्त करके अच्छा निर्णय लिया है. इस बार हर बच्चे के अभिभावक के खाता में पैसा दिया जा रहा है. जिससे शिक्षक पढ़ाई पर विशेष ध्यान दे पाएंगे.' बता दें कि संतकबीर नगर जिले के 1247 परिषदीय विद्यालयों में 1.49 लाख बच्चे नामांकित हैं. इन सभी बच्चों के अभिभावकों को खाता में सीधे ड्रेस वितरण का पैसा ट्रांसफर किया जा रहा है.

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