गोरखपुर की गोल्डन गर्ल, 12 साल की आदित्या ओलंपिक में खेलेंगी बैडमिंटन
- गोरखपुर में खेल प्रेमियों के बीच बैडमिंटन की गोल्डेन गर्ल के नाम से मशहूर आदित्या यादव महज 12 वर्ष की उम्र में ब्राजील में मूकबधिर वर्ग में ओलंपिक खेलेंगी. आदित्या इस बार मूकबधिर ओलंपिक में भारत की ओर से खेलने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी भी होंगी.
गोरखपुर. गोरखपुर में खेल प्रेमियों के बीच बैडमिंटन की गोल्डेन गर्ल के नाम से मशहूर आदित्या यादव महज 12 वर्ष की उम्र में ब्राजील में मूकबधिर वर्ग में ओलंपिक खेलेंगी. आदित्या इस बार मूकबधिर ओलंपिक में भारत की ओर से खेलने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी भी होंगी. नई दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में 26 से 28 फरवरी तक आयोजित नेशनल सेलेक्शन ट्रायल में उनका ट्रायल हुआ है. बैडमिंटन के ट्रायल में कुल 16 महिला खिलाड़ियों ने क्वालीफाई किया. इनमें चार महिला खिलाड़ियों का चयन ब्राजील ओलंपिक के लिए हुआ है. पुरुष वर्ग में भी चार खिलाड़ियों का चयन हुआ है.
आदित्या यादव नवम्बर में आयोजित स्टेट चैंपियनशिप की विजेता रही हैं. फरवरी में ही ओलंपिक के लिए नेशनल चैंपियनशिप होनी थी लेकिन कोरोना महामारी के कारण टाल दी गई, विभिन्न प्रदेशों की चैंपियन का नेशनल सेलेक्शन ट्रायल कराया गया. यहां चार-चार महिला खिलाड़ियों का पूल बनाकर उनके बीच मैच कराया गया. आदित्या ने अपने पूल में तीन मैच खेले और तीनों जीतने में सफल रहीं. जिसके बाद उनका चयन ब्राजील डेफ ओलंपिक के लिए हो गया. चारों पूल की विजेता खिलाड़ियों के बीच हुए मुकाबले में भी आदित्या तीसरे नंबर पर रहीं. ब्राजील में 1 से 15 मई तक होने वाले मूकबधिर ओलंपिक के लिए भारत की विभिन्न टीमों का कैंप 24 मार्च से दिल्ली में लगेगा.
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बताते चलें कि, आदित्या यादव बैडमिंटन को लेकर जुनूनी हैं. इसे ऐसे समझा जा सकता है कि पिछले दो साल से आदित्या ने संडे नहीं मनाया. कोरोना काल में भी घर में दीवार पर प्रैक्टिस करती थीं. उस दौरान फिटनेस पर पूरा ध्यान दिया. उनके पिता दिग्विजयनाथ यादव रेलकर्मी और रेलवे में बैडमिंटन के कोच हैं. उन्होंने ही आदित्या को निखारा है.
गोरखपुर. गोरखपुर में खेल प्रेमियों के बीच बैडमिंटन की गोल्डेन गर्ल के नाम से मशहूर आदित्या यादव महज 12 वर्ष की उम्र में ब्राजील में मूकबधिर वर्ग में ओलंपिक खेलेंगी. आदित्या इस बार मूकबधिर ओलंपिक में भारत की ओर से खेलने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी भी होंगी. नई दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में 26 से 28 फरवरी तक आयोजित नेशनल सेलेक्शन ट्रायल में उनका ट्रायल हुआ है. बैडमिंटन के ट्रायल में कुल 16 महिला खिलाड़ियों ने क्वालीफाई किया. इनमें चार महिला खिलाड़ियों का चयन ब्राजील ओलंपिक के लिए हुआ है. पुरुष वर्ग में भी चार खिलाड़ियों का चयन हुआ है.
आदित्या यादव नवम्बर में आयोजित स्टेट चैंपियनशिप की विजेता रही हैं. फरवरी में ही ओलंपिक के लिए नेशनल चैंपियनशिप होनी थी लेकिन कोरोना महामारी के कारण टाल दी गई, विभिन्न प्रदेशों की चैंपियन का नेशनल सेलेक्शन ट्रायल कराया गया. यहां चार-चार महिला खिलाड़ियों का पूल बनाकर उनके बीच मैच कराया गया. आदित्या ने अपने पूल में तीन मैच खेले और तीनों जीतने में सफल रहीं. जिसके बाद उनका चयन ब्राजील डेफ ओलंपिक के लिए हो गया. चारों पूल की विजेता खिलाड़ियों के बीच हुए मुकाबले में भी आदित्या तीसरे नंबर पर रहीं. ब्राजील में 1 से 15 मई तक होने वाले मूकबधिर ओलंपिक के लिए भारत की विभिन्न टीमों का कैंप 24 मार्च से दिल्ली में लगेगा.
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बताते चलें कि, आदित्या यादव बैडमिंटन को लेकर जुनूनी हैं. इसे ऐसे समझा जा सकता है कि पिछले दो साल से आदित्या ने संडे नहीं मनाया. कोरोना काल में भी घर में दीवार पर प्रैक्टिस करती थीं. उस दौरान फिटनेस पर पूरा ध्यान दिया. उनके पिता दिग्विजयनाथ यादव रेलकर्मी और रेलवे में बैडमिंटन के कोच हैं. उन्होंने ही आदित्या को निखारा है.
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