इंदौर में एक ही परिवार के तीन लोगों की कोरोना से मौत
- इंदौर में हुए एक ही परिवार के तीन सदस्य की कोरोना से मृत्यु ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है . 5-7 घंटे के अंतराल पर तीनों सदस्यों की मौत से पड़ोसी भी सकते में हैं . परिवार में अब सिर्फ नवविवाहित बहु ही है .

इंदौर. कोरोना कितना क्रूर है इसका ताजा उदाहरण इंदौर में देखने को मिला. यहां एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने हर किसी को झकझोर दिया है. दरअसल, इंदौर के एक परिवार को इलाज तो घर में मिला, लेकिन अटकती सांस नहीं मिल सकी. नतीजा यह हुआ कि एक ही दिन में पांच से सात घंटे के अंतराल पर तीनोंलोगाें की मौत हो गई और परिवार में अब केवल नवविवाहिता ही बची है, जो एक माह पहले ही अपने मायके चली गई थी.
मिली जानकारी के मुताबिक इंदौर के परदेशीपुरा श्रमिक क्षेत्र के क्लर्क कॉलोनी एक्सटेंशन में रामनारायण शर्मा (परिवर्तित नाम) रहते थे. रामनारायण शर्मा बैंक में क्लर्क की नौकरी से सेवानिवृत्त हुए थे. उनका एक बेटा शंशाक और बेटी त्रिशला है. बेटी की शादी जयपुर हुई है .बेटे की शादी पिछले साल अहमदाबाद में हुई थी . शशांक प्राइवेट नौकरी करता था. करीब एक पखवाड़े पहले रामनारायण कोरोना संक्रमित हो गए. लक्षण कम होने से घर में ही इलाज करने की सलाह डॉक्टरों ने दी. घर में उनकी देखरेख पत्नी संगीता और बेटा करने लगा. इसी दौरान धीरे-धीरे उनकी तबीयत बिगड़ने लगी. कुछ दिन बाद पत्नी और बेटा भी संक्रमित हो गए. बहू को बुलाने की सूचना मोबाइल पर दी लेकिन बहू के मायके वालों ने यह कहकर भेजने से इनकार कर दिया कि वह भी संक्रमित हो जाएगी.
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तीन दिन पहले रामनारायण की दोपहर 3 बजे मौत हो गई . इसी दिन शाम 7 बजे पत्नी और रात 3 बजे शशांक ने भी दम तोड़ दिया. इधर, पड़ोसियों को जब कुछ ही घण्टो में तीनों की मौत की खबर लगी तो उन्होंने बहू के मायके वालों से संपर्क किया. मायके से बहू घर पहुंची और बाहर से ही निगम के शव वाहन को बुलाया और तीनों के शव मुक्तिधाम पर रवाना किया .परिवार पर हुई इस वज्रपात ने पड़ोसियों को भी झकझोर कर रख दिया है . फिलहाल, इस मामले की शहरभर में चर्चा है .
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