थानों में पुलिसकर्मियों की परीक्षा ले रहा प्रशासन, टीआइ कर रहे स्टिंग ऑपरेशन
- इंदौर में प्रशासन अब पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कदम उठा रहा है. शिकायतकर्ताओं की फरियादों को सुनने के बजाय उन्हें बहाने बनाकर भगाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ स्टिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
इंदौर.इंदौर में प्रशासन अब पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कदम उठा रहा है. शिकायतकर्ताओं की फरियादों को सुनने के बजाय उन्हें बहाने बनाकर भगाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ स्टिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा है. जिसकी रिपोर्ट उन्हीं के थाना प्रभारी यानी टीआइ बना रहे हैं. शाम छह बजे होने वाले रोलकॉल में भी इसी बात पर जोर दिया जा रहा है कि फरियादियों से अच्छा बर्ताव करें. तत्काल सुनवाई करें और घटना की तस्दीक कर तुरंत एफआइआऱ दर्ज कर लें. यह अनूठी पहल आइजी के औचक निरीक्षण के बाद शुरू हुई है.
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बता दें, ऐसे ही स्टिंग ऑपरेशन के दौरान बाणगंगा थाना टीआइ राजेंद्र सोनी ने उनके दोस्त योगेश को ही फरियादी बनाकर भेज दिया. योगेश ने एसआइ स्वराज डाबी से मुलाकात कर कहा कि मेरा मोबाइल गुम हो गया है. एसआइ ने घटना स्थल, घटना का समय के बारे में पूछा और सिटीजन कॉप पर सूचना दर्ज करने लगे. तभी टीआइ पहुंच गए और कहा कि योगेश का मोबाइल गुम नहीं हुआ अपितु उन्होंने ही रिस्पांस टाइम देखने के लिए भेजा था.
दरअसल पूरी कवायद थानों में सुनवाई का रंग-ढंग जानने के लिए चल रही है. पिछले दिनों आइजी योगेश देशमुख खुद बाइक पर बैठकर मोबाइल लूट की रिपोर्ट लिखवाने छोटी ग्वालटोली थाना पहुंच गए थे. थानों में निचले स्तर पर लापरवाही न हो, इसलिए टीआइ खुद ही स्टिंग ऑपरेशन कर रहे हैं.
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