सिर्फ एक QR कोड स्कैन करके घर के कैमरा पुलिस के डेटा बेस से जोड़ सकेंगे
- अगर घरों में कैमरा लगे हैं तो पुलिस के डेटा बेस उन्हें कनेक्ट कर सकते हैं. इससे पुलिस कंट्रोल रूम गली-मोहल्लों से लेकर बाजार और शहर की मुख्य सड़कों पर नजर रख सकेगा.

इंदौर. इंदौर में अब पुलिस लोगों की सुरक्षा के लिए नए तरीके अपना रही है. अगर आपके घर पर कैमरे लगे हैं तो उन्हें आप पुलिस के डेटा बेस से कनेक्ट करवा सकते हैं. कैमरा को बस एक क्यूआर कोड स्कैन करके पुलिस के डेटा बेस से जोड़ा जा सकता है. क्यूआर कोड स्कैन करने पर एक फॉर्म खुलेगा. फॉर्म को सब्मिट करने के तुरंत बाद ही आपके घर के कैमरे पुलिस के डेटा बेस से जुड़ जाएंगे. इंदौर में अधिकतर बाजारों, गलियों और चौराहों के कैमरों को अपने डेटा बेस से जोड़ चुकी है.
पुलिस के डेटा बेस से अपने घरों के कैमरा जोड़ने का फायदा यह है कि अगर इलाके में या घर के आस-पास कोई घटना होती है तो पुलिस को तुरंत पता चल जाएगा. कैमरों की फुटेज और उनको ट्रैक करने से तुरंत बदमाशों को पकड़ा जा सकेगा. कैमरे कैम कॉप से जुड़ेंगे तो पुलिस के पास एक बड़ा डेटा तैयार हो जाएगा. पुलिस कंट्रोल रुम में गली-मौहल्लों से लेकर बाजारों तक की गतिविधि दिखाई देगी.
इंदौर में मिलावटी खाद्य पदार्थों की शिकायत के लिए ऑनलाइन पोर्टल शुरू, ऐसे करे कंप्लेंट
एएसपी प्रशांत चौबे का कहना है कि इंदौर के 503 व्यक्तियों के घर-दुकान के 2640 कैमरे कंट्रोल रुम से जोड़े जा चुके हैं. पुलिस का मानना है कि अगर लोग सहयोग करते हैं तो शहर के कोने-कोने में पुलिस नजर रख सकेगी. एएसपी ने बताया शहर की दो प्रमुख सड़कों पर ईगल आई तैयार हो गई है. शहर की इन सड़कों पर सिंगापुर की तरह 24 घंटे 150 से ज्यादा कैमरे नजर रखेंगे. पुलिस इसकी पूरी तैयारी कर चुकी है. एएसपी ने बताया कि आखिरी बार टेस्टिंग के बाद इसे शुरू कर दिया जाएगा. सड़क के दोनों तरफ ओर हर 100 मीटर पर कैमरे लगेंगे. पुलिस इन कैमरों से तीन महीने पुराना डेटा रिकवर करेंगे.
अन्य खबरें
इंदौर: कॉलोनी में पहुंचने का नहीं है उचित मार्ग, तो ऐसे बनवाये सड़क
इंदौर: एक करोड़ के चोरी का पर्दाफाश, आरोपी गिरफ्तार