MP में कांग्रेस MLA की मांग- रामायण के साथ कुरान भी होना चाहिए पढ़ाई के सिलेबस में शामिल

Ankul Kaushik, Last updated: Wed, 15th Sep 2021, 4:15 PM IST
  • मध्य प्रदेश सरकार ने हाल ही में कालेजों में छात्रों को रामायण और महाभारत पढ़ाने का निर्णय लिया था. अब शिवराज सरकार के इस फैसले पर कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने एक नई मांग रखी है. कांग्रेस विधायक की मांग है कि सरकार को प्रदेश में बाकी धर्मों के बारें भी सोचना चाहिए.
कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद की नई मांग, फोटो क्रेडिट (आरिफ मसूद ट्विटर)

इंदौर. मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने हाल ही में प्रदेश में पढ़ाई को लेकर एक नया ऐलान किया था. प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग ने इंजीनियरिंग छात्रों के पाठ्यक्रम में रामायण, महाभारत और रामचरितमानस को पढ़ाई को शामिल किया था. अब शिवराज सरकार के इस फैसले पर मध्य प्रदेश में कांग्रेस विधायक ने अपनी नई मांग रखी है. कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि सरकार के रामायण और महाभारत पढ़ाने से हमें कोई ऐतराज नहीं है. हालांकि सरकार अन्य धर्मों को अनदेखा क्यों कर रही है सरकार को अन्य धर्मों की धार्मिक पुस्तकों को भी इस पाठ्यक्रम में शामिल करना चाहिए. एमपी सरकार प्रदेश के बच्चों को रामायण और महाभारत के साथ बाइबिल, कुरान और गुरू ग्रंथ को भी पढ़ाए. सरकार की अगर नीयत साफ है तो सभी धर्मों के बारे में लोगों को बताए.

बता दें कि हाल ही में मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य के प्रथम वर्ष के स्नातक पाठ्यक्रमों में महाभारत और रामायण को वैकल्पिक विषयों के रूप में शामिल करने का निर्णय लिया है. प्रदेश के शिक्षा विभाग के अनुसार इंजीनियरिंग के छात्रों के पाठ्यक्रम में रामायण, महाभारत और रामचरितमानस को शामिल किया गया है. इसके साथ ही एमपी के शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कहा कि यह एक ऐच्छिक विषय रहेगी जिसकी इच्छा है वो पढ़ सकता है. इसमें किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए.

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राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश का जो युवा भगवान राम के चरित्र और समकालीन कार्यों के बारे में जानना चाहता है वह इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों के जरिए इस बारे में जान सकता है. इस पाठ्यक्रम के बारे में बताते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि हमारे अध्ययन बोर्ड के शिक्षकों ने एनईपी 2020 के तहत इस पाठ्यक्रम को तैयार किया है.

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