फीस माफी की मांग कांग्रेसियों को पड़ी भारी, पुलिस ने किया लाठीचार्ज
- देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण से चिंतित होकर प्रधानमंत्री द्वारा 24 मार्च से देश को पूरी तरह से कर दिया था. जिसके बाद उन्होंने यह निर्देश जारी किए थे कि जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती कब तक नौनिहालों देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा.

इंदौर क्षेत्र में सोमवार को कांग्रेसी कोरोना संक्रमण काल के पांच महीने बीत जाने के बाद आम आदमी के हालत खराब होने की बात कही गई. उन्होंने कहा कि अब विद्यालय प्रबंधन अभिभावकों से फीस जमा कराए जाने के लिए दबाव बना रहा है. मांग की कि जब आम आदमी के खाने के लाले पड़े हुए हैं तो वह फिश की व्यवस्था कहां से कर पाएगा. जो मेहनत मजदूरी करते थे उनकी वह भी छूट गई है अब ऐसे मैं वह फीस का इंतजाम कहां से करेंगे. इसके लिए कांग्रेस ने स्कूल संचालकों की भरपाई व्यवस्था की मांग को लेकर सोमवार को इंदौर में कांग्रेसियों ने विधानसभा क्षेत्र दो में स्थित लवकुश चौराहे पर हस्ताक्षर अभियान चलाकर प्रदर्शन किया.
इस दौरान उन्होंने निजी बसों के संचालकों की भी हालत को देखते हुए मुआवजे का मुद्दा भी उठाया. जिस दौरान कांग्रेसी प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी कर रहे थे तभी पुलिस मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने कांग्रेसी नेताओं से प्रदर्शन पर सवाल किए. इस पर पुलिस और कांग्रेसियों के बीच झड़प होने लगी. पुलिस ने और फोर्स बुलाकर कांग्रेसियों को गिरफ्तार कर लिया. कांग्रेसी नेता चिंटू चौकसे को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है. इससे पूर्व विरोध प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने जमकर लाठियां चलाई.
घटना की जानकारी पाकर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल और विधायक संजय शुक्ला ने पुलिस के रवैए पर सवाल उठाए. कांग्रेसी विधायक ने कहा कि विरोध करना उनका अधिकार है. पुलिस द्वारा जो भी कार्रवाई की गई है वह उचित नहीं है. विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसियों ने प्रदेश की बीजेपी सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और हंगामा काटा.
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