इंदौर में कोरोना कहर के बीच लौटे पुरानी कारों के दिन. बिक्री में हुई वृद्धि
- कोरोना कहर के चलते पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद है. लोग कोरोना संक्रमण से बचने के लिए खुद की कार पर ज्यादा विश्वास कर रहे हैं. इसी के चलते सेकंड हैंड कारों की बिक्री में इजाफा हुआ है. बडी संख्या में लोग मध्य बजट की कारें खरीद रहे हैं.

इंदौर में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है और मरीजों के आंकड़े रोज नए रिकॉर्ड बना रहे हैं. लोगों ने संक्रमण से बचने के लिए अलग अलग तरीके निकाले हैं. पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद होने के चलते अब लोग खुद की कारों पर ज्यादा विश्वास करने लगे हैं. इसी का नतीजा है कि कारों की बिक्री में इजाफा हुआ है. खासतौर से सेकंड हैंड कार बाजारों में रौनक लौट आई है.
सेकेंड हैंड कार बाजार में आने वाले ग्राहकों में 30% तक का इजाफा हुआ है. लोगों को मध्यम बजट की कारें अधिक भा रही है. जिनमें मारुति, अल्टो व सेंट्रो जैसी कारें शामिल हैं. ये कारें कम बजट की हैं साथ ही एवरेज भी अच्छा माना जाता है. कार बाजार चलाने वालों के अनुसार उन्हें मंदसौर, रतलाम, खरगोन और नीमच से भी पुरानी कारों की डिमांड आ रही है. वही ऑनलाइन कारों की बिक्री में भी काफी इजाफा हुआ है. लोग अपनी कारों की फोटो और उसके दाम अपलोड कर ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं.
इसलिए बढ़ी कारों की बिक्री
जानकारों का कहना है कि आसपास के इलाकों में रोजाना ड्यूटी पर जाने वाले लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग नहीं करना चाहते, क्योंकि उससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है. इसीलिए लोग मध्यम बजट की कारें खरीदना चाहते हैं. वहीं त्यौहारी सीजन में भी लोगों को इन कारों की आवश्यकता महसूस हो रही है.
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