केंद्रीय दल के सामने किसानों ने रखे पीएम फसल बीमा योजना में सुधार के बिंदु

Smart News Team, Last updated: Thu, 1st Oct 2020, 2:17 PM IST
  • केंद्रीय दल के अधिकारियों ने किसानों को सलाह दी कि वे हरियाणा और पंजाब की तरह आंवला, ककड़ी आदि उद्यानिकी फसलें भी लगाए.
किसान

इंदौर। केंद्र सरकार के दल ने बुधवार को सांवेर तहसील के जैतपुरा गांव में किसानों को कुछ इस तरह समझाया. यह दल कीट व्याधि से खराब हुई सोयाबीन की फसल का आंकलन आया था. जिसमें भारत सरकार के संयुक्त सचिव राजवीर सिंह और अवर सचिव हरीश कुमार शाक्य शामिल थे.

केंद्रीय दल के अधिकारियों ने किसानों को सलाह दी कि वे हरियाणा और पंजाब की तरह आंवला, ककड़ी आदि उद्यानिकी फसलें भी लगाएं. दल ने इंदौर जिले के ब्राह्मण पिपल्या, मुंडला हुसैन गांवों का भी दौरा किया. गांवों का दौरा करने के बाद शाम को केंद्रीय अधिकारी इंदौर आ गए. यहां कलेक्टर मनीष सिंह, अपर कलेक्टर कीर्ति खुरासिया आदि ने भी केंद्रीय अधिकारियों से मुलाकात कर जिले की स्थिति बताई.

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वहीं दौरे में किसानों ने बताया कि इल्ली और बीमारी के कारण सोयाबीन की उपज कहीं एक बीघा पर 20 किलो तो कहीं 50 किलो ही आई है. जैतपुरा में किसान सेना के केदार पटेल, जगदीश रावलिया और दिलीप सिंह पंवार ने केंद्रीय दल के अधिकारियों के सामने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में सुधार के बिंदु रखे.

उन्होंने कहा कि फसल बीमा योजना में पटवारी हल्के के बजाय किसान के खेत को इकाई मानकर सर्वे नंबर के हिसाब से बीमा होना चाहिए. जब कोई बीमा कंपनी किसी वाहन का बीमा करती है तो उसमें वाहन के रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर बीमा होता है. तो फसल बीमा भी खेत के सर्वे नंबर के आधार पर होना चाहिए.

 

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