इंदौर में पुलिस बर्बरता का शिकार हुआ व्यापारी, पुलिस जवान सस्पेंड
- इंदौर के जूनी इंदौर थाना क्षेत्र में व्यापारी की एक पुलिसकर्मी ने जमकर पिटाई की। आला अधिकारियों ने पूरे मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिसकर्मियों को लाइन में अटैच कर दिया।

इंदौर में पुलिस की बर्बरता कम होने का नाम नहीं ले रही है ।ऐसा ही एक मामला सामने आया इंदौर के जूनी इंदौर थाना क्षेत्र में व्यापारी की एक पुलिसकर्मी ने जमकर पिटाई की। जब यह पूरा मामला अधिकारियों का तक पहुंचा तो आला अधिकारियों ने पूरे मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिसकर्मियों को लाइन में अटैच कर दिया। मामले की जांच करते हुए निलंबन की कार्रवाई भी की जा रही है।
मामला जूनी इंदौर थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है।जूनी इंदौर थाना क्षेत्र में पुलिस कर्मियों ने एक व्यापारी को दुकान खोलने के मामले में थाने पर बिठाया था। वहीं थाना प्रभारी ने इस पूरे ही मामले में व्यापारी रमेश को पूछताछ कर देर रात छोड़ने का आश्वासन भी दिया था। इसी दौरान सब इंस्पेक्टर सैलेश अग्रवाल भी थाने पर आ गया और उसने व्यापारी के साथ जमकर मारपीट की। उसे छोड़ने के एवज में 25000 की डिमांड भी कर दी। लेकिन व्यापारी ने आर्थिक तंगी का हवाला देते हुए राशि में कमी करने की गुहार लगाई।
शैलेश अग्रवाल ने व्यापारी से 10,000 रुपए देने की बात कही। और रुपए लेकर मामले को रफा-दफा कर दिया। मारपीट से घायल हुए व्यापारी ने पूरे मामले की शिकायत आला अधिकारियों को कर दी।अधिकारियों ने पूरे मामले की जांच सीएसपी को सोंपी। सीएसपी की जांच रिपोर्ट के आधार पर सब इस्पेक्टर शैलेश अग्रवाल को लाइन में भेज दिया गया है। सब इंस्पेक्टर पर निलंबन की कार्रवाई भी की जा रही है ।
इंदौर डीआईजी ने समस्त पुलिसकर्मियों को यह गाइडलाइंस जारी की है कि कोई भी पुलिसकर्मी ऐसी किसी गतिविधि में संलिप्त पाया जाता है तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
फिलहाल इस पूरे मामले में डीआईजी ने जहां सब इस्पेक्टर के निलंबित करने की कार्यवाही का आश्वासन दिया है। वहीं इंदौर में इस तरह की घटनाएं लगातार सामने आ रही है। और समय-समय पर डीआईजी पुलिसकर्मियों को इस तरह के आदेश निकालते रहते हैं। लेकिन एक-दो दिन उन आदेशों का पालन होता है और फिर पुलिस कर्मी इसी तरह से लेनदेन वह आम आदमियों से दुर्व्यवहार करना शुरू कर देते हैं ।