कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों को नहीं मिली सरकारी मदद, अब कलेक्टर ने की मदद की अपील

ABHINAV AZAD, Last updated: Tue, 12th Oct 2021, 2:21 PM IST
  • मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के घोषणा बावजूद कोरोना संक्रमण के वक्त लावारिश हुए तीन सौ बच्चों को सहायता नहीं मिली. अब कलेक्टर मनीष सिंह ने इंदौर शहर के समाजसेवियों से मदद मांगी है.
इंदौर के जिलाधिकारी मनीष सिंह ने लावारिश बच्चों के लिए समाजसेवियों से मदद मांगी है. (फोटो क्रेडिट- सोशल मीडिया)

इंदौर. मुख्यमंत्री की घोषणा के बावजूद कोरोना संक्रमण के वक्त लावारिश हुए तीन सौ बच्चों को सहायता नहीं मिली. दरअसल, इन लावारिश बच्चों को मदद नहीं मिलने की वजह नियम शर्तों को माना जा रहा है. मुख्यमंत्री की घोषणा के बावजूद मदद नहीं मिलने के बाद अब कलेक्टर मनीष सिंह ने इंदौर शहर के समाजसेवियों से मदद मांगी है. बताते चलें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की थी कि कोरोना संक्रमण के कारण लावारिश हुए बच्चों को सरकार की ओर से पांच हजार रूपए मासिक पेंशन दी जाएगी.

दरअसल, जब इस बात की घोषणा की गई तब लावारिश का मतलब ऐसा परिवार था जिसमें कमाने वाले मुखिया की मृत्यु हो गई हो. लेकिन मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद ब्यूरोक्रेट्स ने लावारिस की परिभाषा बदल दी. सिर्फ ऐसे बच्चों की मदद की गई जिनके माता-पिता दोनों की मौत कोरोना काल में हुई हो. साथ ही ऐसे बच्चों को मदद नहीं दी गई जिनके माता-पिता में से कोई एक जिंदा बच गया. इंदौर शहर में कुल 500 से ज्यादा बच्चे ऐसे हैं जिन्हें सहायता की जरूरत है. कलेक्टर ने अपने स्तर पर प्रयास कर तकरीबन दौ सौ बच्चों का प्रबंध कर दिया है. लेकिन अब भी तीन सौ बच्चे ऐसे हैं जिन्हें मदद की दरकार है.

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अब कलेक्टर ने तीन सौ लावारिश बच्चों की मदद के लिए इंदौर शहर के नागरिकों से अपील की है. बताते चलें कि महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी रामनिवास बुधोलिया ने बताया कि जो दान दाता, स्वयंसेवी, समाजसेवी, सामाजिक, व्यापारिक, औद्योगिक संगठन एवं आमजन ऐसे बच्चों को सहायता करना चाहते है वे महिला एवं बाल विकास विभाग प्रशासनिक संकुल के रूम नं. 206 दूसरी मंजिल सम्पर्क कर सकते हैं. साथ ही कार्यक्रम अधिकारी के मोबाइल नंबर 7999452570 या सहायक संचालक राकेश वानखेडे के मोबाइल नंबर 7024663301 पर भी सम्पर्क किया जा सकता है.

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