इंदौर के खनिज अधिकारी प्रदीप खन्ना 32 साल की नौकरी में छठी बार हुए सस्पेंड
- इंदौर में खनिज अधिकारी प्रदीप खन्ना के तीन आवासों पर चली लोकायुक्त पुलिस की छापेमार कार्यवाही के बाद प्रदीप खन्ना को संस्पेड कर दिया गया है. प्रदीप खन्ना अपनी 32 साल की सरकारी नौकरी में छठी बार सस्पेंड हुए हैं.

इंदौर में लोकायुक्त पुलिस की छापेमारी में करोड़ों की संपत्ति का खुलासा होने के बाद खनिज विभाग ने जिला खनिज अधिकारी प्रदीप खन्ना को निलंबित करने का आदेश जारी हो गया है. इसी के साथ प्रदीप खन्ना ने एक नया इतिहास बना लिया. वो अब तक 32 साल की सरकारी नौकरी के दौरान 6 बार निलम्बित हो चुके हैं. आब निलंबन अवधि में खन्ना को रीवा अटैच किया गया है.
अवर सचिव राजेश कुमार कौल ने लिखा है कि खन्ना के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण एक्ट के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है. आरोप गंभीर प्रकृति के होने से उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है. खनिज विभाग ने दूसरी गड़बड़ी के मामले में मंदसौर के खनिज अधिकारी मेजर सिंह जामरा को भी निलंबित किया है.
गौरतलब है कि प्रदीप खन्ना मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में खनिज अधिकारी पद पर तैनात थे. बीते 1 सितंबर को उनके भोपाल और इंदौर स्थित ठिकानों पर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने छापेमारी की, जिसमें कई करोड़ रुपए की अघोषित संपत्ति का खुलासा हुआ. लोकायुक्त पुलिस के उपाधीक्षक (डीएसपी) प्रवीण सिंह बघेल ने बताया था कि खनिज अधिकारी प्रदीप खन्ना के खिलाफ भ्रष्ट तरीकों से संपत्ति अर्जित करने की शिकायतें मिली थीं. इसके बाद इंदौर और भोपाल में उनके दो ठिकानों पर छापे मारे गए.
छापेमारी के दौरान ठिकानों से मिले कई अहम दस्तावेज और नगदी
-नायता मुंडला स्थित माउंटबर्ग कॉलोनी में नवनिर्मित तीन मंजिल भवन
-एक 1500 वर्ग फीट का प्लॉट
-पटेल नगर स्थित पटेल-टावर में फ्लैट
-भोपाल में गौतम नगर में मकान
-9 लाख से अधिक की नकदी
-14 लाख रुपये के जेवरात
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