इंदौर: कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट वालों को जबरन भेज रहे कोविड केयर सेंटर,जानें डिटेल

Smart News Team, Last updated: Thu, 27th May 2021, 2:01 PM IST
  • शहर में कोविड पॉजिटिव टेस्ट रिपोर्ट आने वाले लोगों को प्रशासन और नगर निगम की टीम जबरन कोविड केयर सेंटर भेज रही है. हालांकि कई लोगों को न तो खांसी है और न ही बुखार, इसके बावजूद उन्हें होम आइसोलेशन में नहीं रहने दिया जा रहा.
कोरोना पॉजिटिव लोगों को जबरन भेजा जा रहा कोविड केयर सेंटर (प्रतीकात्मक तस्वीर)

इंदौर. इंदौर में कोविड टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आने वाले लोगों को जबरन कोविड केयर सेंटर भेजा जा रहा है. जिन लोगों के घर में होम आइसोलेशन की पूरी व्यवस्था उपलब्ध है, उन लोगों को भी कोविड सेंटर या अस्पताल में भेजा जा रहा है. हालांकि पिछले 14 महीनों से कोरोना संक्रमितों को होम आइसोलेशन में रहकर स्वस्थ होने की सलाह दी जा रही थी. यहाँ तक की जिले के 80 हजार से ज्यादा कोरोना मरीज घर में रहकर ही ठीक हुए है. फिर भी शासन अपनी नीति बदलकर कोविड पॉजिटिव लोगों को जबरन कोविड केयर सेंटर भेज रही है.

विशेषज्ञों के अनुसार किसी भी बीमारी में अस्पताल के मुकाबले घर पर पारिवारिक माहौल के रहकर मरीज जल्दी ठीक होता है. उनकी सेहत के लिए अस्पताल के बदले घर पर बना खाना ज्यादा लाभदायक होता है. इसके साथ ही घर पर इलाज होने से मरीजों को अस्पताल के मंहगे बिल से भी निजात मिलती है. यही सब कहकर मरीजों को 14 महीने से होम आइसोलेशन में रहकर ठीक होने के लिए प्रेरित किया जा रहा था.

MP में 1 जून 20 लोगों के साथ शादी की परमिशन, सभी को कराना होगा कोविड टेस्ट

विशेषज्ञों का कहना है कि लोगों को जबरन कोविड केयर सेंटर ले जाने से कई दुष्परिणाम हो सकते है. मरीज भविष्य में अपना टेस्ट इस डर से नहीं कराएंगे कि उन्हें जबरदस्ती घर से ले जाकर सेंटर भेजा जाएगा. जांच न कराने से संक्रमितों के आंकड़े कम होंगे, लेकिन अंदर ही अंदर संक्रमण फैलता रहेगा. कोविड 19 के नोडल अधिकारी डॉ. अमित मालाकार का कहना है कि भ्रम है कुछ संक्रमित लोगों को कोविड केयर सेंटर भेज रहे हैं, ताकि संक्रमण आगे न फैले. यह जरूरी भी है. हालांकि इसे लेकर कुछ भ्रम है. जो नहीं जा रहे उन्हें समझाकर भेज रहे हैं.

मध्य प्रदेश में अब कोरोना वैक्सीन के लिए आधार कार्ड अनिवार्य नहीं- CM शिवराज

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें