इंदौर: राहत इंदौरी को आज रात किया जाएगा सुपुर्द-ए-खाक
- राहत इंदौरी बीते एक सप्ताह से बीमार चल रहे थे. उनके निधन से साहित्य जगत में शोक की लहर. इंदौर के अरविंदो हॉस्पिटल में चला रहा था इलाज. शाम 5 बजे के करीब हुई मौत. वे हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और किडनी की बीमारी से ग्रसित थे.
इंदौर। साहित्य जगत के मशहूर शायर राहत इंदौरी का मंगलवार को निधन हो गया. पिछले एक सप्ताह से वह बीमार चल रहे थे. मंगलवार को शाम 5 बजे के करीब इंदौर के अरविंदो हॉस्पिटल में उन्होंने अंतिम सांस ली.
मशहूर शायर और इंदौर की बुलंद आवाज़, जिनके अंदाजे बयां की पूरी दुनिया कायल थी, वह आवाज आज दुनिया से रुखसत हो गया. वर्ष 1972 से एक नयी आवाज का नए अंदाज में आगाज़ हुआ, वह आवाज और वह अंदाज अब इस दुनिया को अलविदा कहकर हमेशा के लिए रूखसत हो गया.
जी हां, हम बात कर रहे हैं प्रसिद्ध फिल्मी गीतकार और उर्दू के मशहूर शायर राहत इंदौरी की, जिनका निधन कोरोना के कारण आज इंदौर के अरविंदो हॉस्पिटल में हो गया है.
जैसे ही यह खबर शहर में फैली, लोगों में शोक की लहर दौड़ पड़ी. लोगों को विश्वास नहीं हो रहा है. लेकिन यह सच है कि मंगलवार शाम को 5 बजे उन्होंने इस दुनिया को हमेशा हमेशा के लिए अलविदा कह दिया.
जानकारी होते ही उनके प्रशंसको ने सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि देना शुरू कर दिया. कुछ प्रशंसकों ने इस वर्ष को साहित्य का काला वर्ष भी कहा. दरअसल, इंदौर से एक अजीब जुड़ाव रखने वाले राहत इंदौरी वह शख्स है जिन्होंने इंदौर का नाम दुनियां के पटल पर मजबूती के साथ रखा.
1 जनवरी 1950 को जन्मे राहत इंदौरी के निधन के बाद साहित्य जगत में शोक की लहर है.
अरविंदो हॉस्पिटल के डॉ. महक भंडारी ने बताया कि प्रसिद्ध शायर राहत इंदौरी का आज निधन हो गया. वह अस्वस्थ होने के कारण 4-5 दिन से किसी प्राईवेट हॉस्पिटल में इलाज करा रहे थे.
डेढ़ दिन पहले ही वह अरविंदो अस्पताल में भर्ती हुए और कोरोना जांच कराने के बाद वो पॉजिटिव आए. डॉ. महक भंडारी ने बताया कि वह हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और किडनी की बीमारी से ग्रसित थे. मंगलवार दोपहर 1 बजे उन्हें अचानक चेस्ट पेन हुआ और वह कार्डियेक अरेस्ट में चले गए.
डॉक्टर ने उन्हें सीपीआर देने की कोशिश की. उसके बाद वह एक बार रिवाईव भी हुए लेकिन उसके बाद वह अपना ब्लड प्रेशर नही मेंटेन कर पाए और जिससे उनकी डेथ हो गई.
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