इंदौर: गरीबी से तंग आकर बुजुर्ग दंपती ने जहर खाकर दी जान

Smart News Team, Last updated: Thu, 24th Sep 2020, 3:37 PM IST
  • गरीबी ऐसी कि दूध खरीदने तक के नहीं थे पैसे. घर का खर्च चलाने के लिए पति-पत्नी मजदूरी करते थे. लॉकडाउन में मजदूरी मिलना भी बंद हो गया था
आत्महत्या

इंदौर: सांवेर विधानसभा क्षेत्र के बढ़ाए गांव में गरीबी से तंग आकर एक बुजुर्ग दंपति ने जहर खाकर अपनी जान दे दी. जहर खाने से पहले बुजुर्ग दंपति ने अंतिम बार अपनी बेटी को फोन किया. घटना की जानकारी होने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.इसके बाद पुलिस घटना की जांच पड़ताल में जुट गई.

पुलिस ने आसपास के लोगों से कई घंटे तक पूछताछ की. इस दौरान पुलिस आत्महत्या के कारण का पता लगाने में जुटी हुई थी. बता दें कि सांवेर विधानसभा क्षेत्र के पिवड़ाय गांव में गरीबी से तंग आकर बुजुर्ग दंपती ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली. घर में आर्थिक तंगी इतनी थी कि उन्होंने चाय के लिए दूध तक खरीदना बंद कर दिया था.

जहर खाने के बाद दोनों ने बेटी को फोन पर कहा कि खुश रहना, अब हम जा रहे हैं. फोन पर इतनी बात सुनकर बेटी कुछ समझ ना सकी. जिसके बाद उसने कई बार पिता को फोन करने की कोशिश की. इस दौरान फोन की घंटियां बजती रही लेकिन उठाने वाला कोई नहीं था. इसके बाद बेटी ने पड़ोसियों को फोन कर जानकारी इकट्ठा की.

घटना की जानकारी होते ही बेटी का रो-रो कर बुरा हाल हो गया. थोड़ी ही देर बाद बेटी पिता के अंतिम दर्शन को पहुंच गई. 60 वर्षीय राधेश्याम कामदार और पत्नी शिवकन्या बेटे गोपाल के साथ रहते थे. मंगलवार को जब उनका बेटा काम से बैंक गया हुआ था, उसी समय दोनों ने जहर खा लिया. इसके बाद खुड़ैल में ब्याही बेटी अलका को फोन लगाकर जानकारी दी.

 

उससे कहा कि हम तो जा रहे हैं. अब तू खुश रहना. बेटी ने तत्काल आसपास के रिश्तेदारों को फोन लगाया. रिश्तेदार उन्हें एमवायएच ले गए. देर रात उनकी मौत हो गई. बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद उन्हें एक साथ अंतिम विदाई दी गई. अंत्येष्टि में काफी लोग शामिल हुए.

लॉकडाउन में बेटा भी हो गया था बेरोजगार

गांववालों ने बताया कि राधेश्याम बचपन से दिव्यांग थे. उनके पास जमीन भी नहीं थी. घर का खर्च चलाने के लिए पति-पत्नी मजदूरी करते थे. लॉकडाउन में मजदूरी मिलना भी बंद हो गई. इससे वे काफी परेशान रहने लगे थे. बेटा गोपाल एक फैक्टरी में काम करता था. लॉकडाउन में उसे भी काम पर आने से मना कर दिया गया था. इससे घर की हालत और खराब हो गई. उसकी शादी भी नहीं हुई थी.

 

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