इंदौर: वेदांत हॉस्पिटल में लापरवाही की भेंट चढ़ी महिला, इलाज के दौरान मौत
- इंदौर के रावजी बाजार थाना क्षेत्र निवासी एक युवक ने वेदांत अस्पताल पर लगाया लापरवाही का आरोप. लापरवाही के चलते उसकी माँ की मौत को लेकर डीआईजी से किया शिकायत. शिकायत के आधार पर जाँच में जुटी पुलिस. बीएचएमएस डॉक्टर द्वारा इलाज करने का था आरोप.

इंदौर के रावजी बाजार थाना क्षेत्र में रहने वाले आदेश उर्फ त्रिलोक हार्डिया ने बुधवार शाम डीआईजी को बैराठी कॉलोनी स्थित वेदांत हॉस्पिटल में लापरवाही को लेकर शिकायत की. अस्पताल में इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई. परिजन ने अस्पताल प्रबंधन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है. त्रिलोक ने डीआईजी को बताया कि 24 जुलाई को उनकी मां को अस्पताल में भर्ती किया था. अगले दिन उनकी मौत हो गई. परिजन ने हंगामा किया तो पता चला इलाज बीएचएमएस डॉक्टर कर रहा था. अस्पताल के वीडियो फुटेज से यह भी खुलासा हुआ कि वहां वेंटिलेटर भी खराब था. उसे दो घंटे तक ठीक करने का प्रयास किया जा रहा था.
अस्पताल प्रबंधन ने त्रिलोक के हस्ताक्षर कई जगह पर फर्जी किए हैं. मां को भर्ती करते वक्त पिता का नाम लिखा और उनकी साइन कर दी, जबकि त्रिलोक के पिता की 12 साल पहले ही मौत हो चुकी है. परिजन का कहना है वे 12 से ज्यादा बार शिकायत कर चुके हैं. अभी तक जांच ही शुरू नहीं हुई है.
इस मामले में जूनी इंदौर टीआई भरत सिंह ठाकुर का कहना है जांच चल रही है. वहीं डीआईजी हरिनारायणाचारी मिश्र ने जांच के लिए फिर से जूनी इंदौर थाने को लिखा है.
वेदांत हॉस्पिटल के संचालक डॉ. आशीष अग्रवाल ने महिला के परिजनों द्वारा लगाए गए आरोप को निराधार बताते हुए कहा कि वेंटिलेटर ठीक था. महिला को जब भर्ती किया तो बेटे ने ही सारी डिटेल दी थी. उसी ने भर्ती पर्ची पर साइन भी किया है. उन्होंने कहा कि महिला की हालत पहले से गंभीर थी और मरीज को पहले ही बता दिया गया था कि 24 घंटे तक कुछ नहीं कह सकते.
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