मर गई इंसानियत! तड़पती रही महिला लेकिन नहीं पसीजा किसी का दिल, जानें पूरा मामला

Naveen Kumar, Last updated: Thu, 10th Mar 2022, 3:00 PM IST
  • मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में एमवायएच परिसर में एक घायल महिला दर्द से कराहती रही. महिला का पेटा फटा हुआ था और आंत बाहर आ रखी थी, लेकिन किसी ने भी उसको अस्पताल पहुंचाने की जहमत नहीं उठाई.
फाइल फोटो

इंदौर. मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में इंसानियत को तार तार करने वाली घटना सामने आई है. यहां एमवायएच परिसर में एक घायल महिला दर्द से कराह थी, लेकिन वहां से गुजरने वाले किसी भी व्यक्ति का दिल नहीं पसीजा. महिला का पेटा फटा हुआ था और आंत बाहर आ रखी थी, महिला बार बार अपनी आंत को पेट के अंदर डालती रही. लेकिन, किसी भी व्यक्ति ने उसको अस्पताल पहुंचाने की जहमत नहीं उठाई. लेकिन, कुछ युवकों तक महिला का दर्द पहुंचा. उन्होंने फिर दर्द से तड़प रही महिला को अस्पताल पहुंचाया और उपचार कराया. युवाओं ने इंसानियत की मिसाल पेश की तो अब महिला की सेहत में सुधार होने लगा है.

जानकारी के अनुसार, झाबुआ से एक 30 वर्षीय महिला इलाज के लिए इंदौर आई थी. यहां एमवायएच की पार्किंग में लावारिस हालत में वह दर्द से कराह रही थी. महिला का पेट फटा हुआ था और उसकी आंत का कुछ हिस्सा पेट से बाहर आ रखा था. स्थिति ये थी कि महिला दर्द से कराहते हुए अपने हाथों से आंत को अपने पेट में डालने का प्रयास कर रही थी. इस दौरान वहां से बहुत से लोग गुजरे, लेकिन किसी को भी महिला की पीड़ा पर तरस नहीं आया. 

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पेट फटा होने के कारण मल भी आंतों से बाहर निकल रहा था. दुर्गंध के कारण कोई भी महिला के पास जाने को तैयार नहीं था. इसके बाद युवा समाजसेवी प्रदीप खैरात को इसकी सूचना मिली. उन्होंने अपने साथियों को सूचित किया. जिस पर महाकाल मानव सेवा संस्थान के जय्यू जोशी, सुनील ठाकुर, पंकज कटारिया और इमरान खान अन्य साथियों के साथ मौके पर पहुंचे और महिला को अस्पताल में पहुंचाया. यहां उसका इलाज शुरू किया गया. अपर कलेक्टर डॉ. अभय बेडेकर को मामले की जानकारी दी तो उन्होंने डॉक्टरों को महिला के इलाज को लेकर हिदायत दी. सर्जरी के बाद महिला की आंत का हिस्सा अंदर किया गया. अब महिला की हालत पहले से बेहतर है. डॉक्टर लगातार महिला की निगरानी कर रहे हैं.

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