MP: इतिहास के पन्नों में खो चुकीं 1441 पुराने मंदिरों को ढूंढ रही शिवराज सरकार

Smart News Team, Last updated: Mon, 7th Jun 2021, 6:30 PM IST
  • मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार एमपी समेत 6 राज्यों में उन पुराने मंदिरों की तलाश कर रही हैं जो या तो इतिहास के पन्नों में कहीं खो गईं हैं या बढ़ते समय के साथ लोगों ने उन्हें भुला दिया है.
एमपी के रियासतों में बने मंदिरों को शिवराज सरकार तलाश कर रही है.

इंदौर. मध्य प्रदेश की शिवराज चौहान सरकार इतिहास के पन्नों में खो चुके 1441 मंदिरों को एमपी समेत 6 राज्यों में खोज कर रही है. इसको लेकर एपमी सरकार ने दूसरी प्रदेशों को पत्र लिखकर उन मंदिरों का अधिकार मांगा है. शिवराज सरकार की मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि अगर प्रदेश सरकारें मदद नहीं करती हैं तो हम कोर्ट का रूख कर सकते हैं.

एमपी सरकार की अध्यात्म मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि मंदिरों की खोज और उन पर अधिकार लेने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है. हमने एमपी और दूसरे राज्यों के जिला कलेक्टरों से संपत्तियों का मूल्यांकन कर मंदिरों का अधिकारी हमें देने का कहा है. एमपी के एक अधिकारी ने कहा कि इन मंदिरों का निर्माण एमपी की रियासतों के द्वारा करवाया गया था.

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अध्यात्मिक विभाग के अधिकारी ने कहा कि इन 1 हजार 441 मंदिरों में से 85 मंदिर छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु और महाराष्ट्र में पाए गए हैं. ये मंदिर अयोध्या में रामराजा मंदिर के पास, वृंदावन में बांके बिहारी के पास, मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि, पुणे में भीमाशंकर मंदिर, तिरुचिरापल्ली में रंगनाथ स्वामी मंदिरें के पास पाए गए हैं. उन्होंने बताया कि इन मंदिरों पर कुछ पुजारी के परिवार और कुछ स्थानीय ट्रस्ट ने कब्जा कर लिया है.

एमपी सरकार के अधिकारी ने बताया कि बीते मार्च में डिप्टी कलेक्टर मनीष कौल के नेतृत्व में टीम मथुरा गई थी. पुजारी के परिवार उनका पर हमला किया था. जिसके बाद उन पर एफआईआर कराई गई थी. इस बारे में ट्रांसफर होकर श्योमपुर में तैनात कौल ने बताया कि मंदिर में पुजारी और उनका परिवार रह रहा है. वे इसे आसानी से देने को तैयार नहीं है. राज्य सरकारों की मदद के बिना अधिकार लेना मुश्किल है.

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