इंदौर में BJP नेता से भिड़ने पर सस्पेंड पुलिसकर्मियों को तोहफे में मिली बड़े थानों में पोस्टिंग!

Smart News Team, Last updated: Sat, 4th Sep 2021, 9:01 PM IST
  • इंदौर में भाजपा नेता से बदसलूकी करने वाले निलंबित पुलिसकर्मी को बड़े थाने में तैनात कर दिया गया है साथ ही कुछ दिन पहले पुलिस की गिरफ्त से भागे बदमाश के मामले में भी आरोपी पुलिसकर्मियों की भी तैनाती शहर के A+ ग्रेड थाने में कर दी गई है.
इंदौर में BJP नेता से भिड़ने पर सस्पेंड पुलिसकर्मियों को तोहफे में मिली बड़े थानों में पोस्टिंग!

इंदौर. किसी भी तरह की गलती करने या किसी मामले में दोषी पाए जाने पर सजा के तौर पर पुलिसकर्मियों पर विभागीय कार्रवाई की जाती है, लेकिन गलती करने पर पुलिसकर्मियों को इनाम के रूप में बड़े थानों में पोस्टिंग मिल जाए, तो एक वक़्त के लिए आप भी हैरान हो जाएंगे. ऐसा ही एक अजीबो-गरीब मामला इंदौर के दो अलग-अलग मामलों में देखने को मिला. इन दोनों मामलों में एक सब इंस्पेक्टर समेत पांच पुलिसकर्मियों को पहले निलंबित किया गया था. फिर हफ्ते भर के अंदर उनकों न सिर्फ बहाल किया गया, बल्कि इंदौर के A+ ग्रेड थाने में तैनात कर दिया गया. पुलिसकर्मियों को मिली इस पोस्टिंग को अब इनाम के रूप में देखा जा रहा है.

पहला मामला पिछले दिनों इंदौर में आयोजित हुई ज्योतिरादित्य सिंधिया की जनआशीर्वाद यात्रा का है. यात्रा के दौरान सिंधिया को टीकाकरण केंद्र का निरीक्षण करना था. टीकाकरण केंद्र पर इंस्पेक्टर माधो सिंह कुशवाहा और वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने गोविंद मालू को रोक लिया. उनके साथ धक्का-मुक्की करते हुए बाहर खदेड़ दिया था. भाजपा नेता के साथ हुई पुलिस की इस झड़प का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने सब इंस्पेक्टर माधो सिंह कुशवाह को निलंबित कर दिया था. साथ ही अन्य पुलिस के जवानों को पुलिस लाइन से अटैच कर दिया गया था.

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वहीं दूसरा मामला एक चेन लुटेरे के बाणगंगा थाने से पुलिस हिरासत से भागने का है. विजय नगर, हीरानगर, बाणगंगा और परदेशीपुरा थाना क्षेत्रों में चेन लूटने के आरोप में लकी नामक बदमाश को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. लक्की के भागने की खबर के बाद अफसरों ने पड़ताल की तो पता चला एक पुलिसकर्मी शराब पार्टी कर रहा था जिसकी पुष्टि थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज से हुई. उसके बाद चार पुलिस कर्मियों को थाने से हटाकर एसपी ऑफिस अटैच कर दिया गया था.लेकिन यहां भी एक सप्ताह के भीतर ही दोषी पुलिस कर्मियों को एसपी ने लसूड़िया थाने में तैनात कर दिया. जबकि इस मामले की जांच भी पूरी नहीं हुई है.

वहीं मालू को धक्का देने के मामले में भी पलासिया थाना से हटाए एसआइ माधवसिंह कुशवाहा को भी कनाड़िया थाने में तैनात कर दिया गया है. शहर के ये दोनों थाने A+ ग्रेड थाने माने जाते हैं. इस मामले पर पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी के मुताबिक़ तबादला एक सामान्य प्रक्रिया है. दोनों ही बड़े थाने हैं वहा पुलिस बल की आवश्यकता है. इस लिहाज से पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है.

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