अफसरों की लड़ाई में सिपाही हुए लाइन हाजिर, गुस्साए एसपी ने लगा दी छापे पर रोक
- इंदौर में अफसरों की लड़ाई का खामियाजा जूनी इंदौर थाने के सिपाहियों को भुगतना पड़ा. एसपी ने जूनी इंदौर थाने के दो सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया है.
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इंदौर: जूनी इंदौर थाने के प्रधान आरक्षक महेश चौहान और सिपाही सचिन सोनी को एसपी महेशचंद जैन ने लाइन हाजिर कर दिया. दरअसल, दोनों को अफसरों की लड़ाई का खामियाजा भुगतना पड़ा. सिपाहियों ने यह छापा एएसपी राजेश व्यास के आदेश पर मारा था. एएसपी को सूचना मिली थी कि प्रभापुरी कॉलोनी की एक इमारत में सट्टाकिंग किक्का उर्फ किशोर का पार्टनर कैलाश मदान सट्टा लगा रहा है. एएसपी ने एसआइ अनुराग यादव, दानसिंह, शैलेंद्र, सचिन सोनी और महेश चौहान को छापा मारने भेजा.
तभी पुलिसकर्मी इलाके में छापा मारने पहुंच गए, वहां पहुंचकर उन्होंने सट्टा खेल रहे आरोपियों का वीडियो बना दिया. हालांकि अचानक एएसपी राजेस व्यास ने व्हाट्सऐप कॉल कर टीम को कार्रवाई किए बगैर वापस बुला लिया. सोमवार को एसपी महेशचंद को शिकायत मिली कि जूनी इंदौर थाना के सिपाहियों ने भंवरकुआं थाना क्षेत्र में बिना अनुमित के छापा मारा. जिसके बाद नाराज एसपी ने बगैर अनुमति छापा मारने पर पाबंदी लगा दी है और साथ ही महेश और सचिन को लाइन हाजिर कर दिया है.
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एसपी महेशचंद ने सभी टीआइ, सीएसपी, एएसपी को पत्र जारी कर एक दूसरे के थाना क्षेत्र में छापा मारने पर रोक लगा दी है. उन्होंने लिखित आदेश जारी कर कहा कि ऐसे घटनाक्रम से विवाद की स्थिति निर्मित हुई है. ऐसे मामलों में अनुमति लेना जरूरी है.
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