इंदौर के पुलिस जवान की करतूत, ऑनलाइन वसूली रिश्वत राशि
- इंदौर में पुलिस जवान सत्यैंद्र सिंह जादौन वसूली की सारे हदें तोड़ दी.बाइक चालक वैभव सिंह को धमकाकर 9 हजार रूपए की रिश्वत मांग ली, नगदी ना होने पर जवान ने परिचित के खाते में राशी ऑनलाइन ट्रांसफर करवा ली.अब शिकायत के बाद पुलिस विभाग ने कार्यवाही शुरू कर दी.
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गजब है इंदौर की पुलिस, अब ना पूछना कि क्यों ? अगर आप इंदौर में रहते है तो इतना तो समझ गए होंगे.. अब पुलिस जवान ने ऑनलाइन रिश्वत लेने का दुस्साहस किया है जो उसे भारी पड़ गया. उसके खिलाफ विभागीय जांच तो शुरू हो ही गई.फिलहाल पुलिस अधिकारियों ने उसे फ़ील्ड पोस्टिंग से हटा कर लाइन भेज दिया है.
आज खाकी को दागदार करने की जवान सत्यैंद्र सिंह जादौन ने ऐसी करतूत की है कि खाकी के रखवाले भी शर्मशार हो गए. दरअसल हुआ यूँ कि इंदौर निवासी वैभवसिंह बाइक से सांवेर से इंदौर जा रहे थे, तभी इंदौर रोड पर वाहनों की जांच कर रहे पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोका और लाइसेंस के साथ अऩ्य दस्तावेज मांगे.
वैभवसिंह ने आरोप लगाया कि दस्तावेज दिखाने के बाद भी पुलिसकर्मी चालान काटने पर आमादा थे.कई बार उनसे पूछा गया कि सर चालान क्यों काट रहे है तो सिर्फ डरा धमका रहे थे.जब पुलिस जवानों को कहा गया कि अभी रूपए जेब में नहीं है तो उन्होंने कोर्ट का डर दिखाकर ले-देकर जाने का लालच दिया. इसके बाद गाड़ी छोड़ने का सौदा 9 हजार रूपए में तय हो गया. जब वैभव ने फिर कहा कि सर आज रूपए नहीं है तो पुलिस जवान सत्यैंद्र सिहं ने ऑनलाइन रूपए ट्रांसफर करने की बात कही .इसके बाद अपने एक परिचित कुशविंदर डाबर के खाते में नौ हजार रुपए डालने को कहा. रुपये का ऑनलाइऩ ट्रांसफर करने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया.
इंदौर पहुंच कर वैभवसिंह ने अपने परिजनों के साथ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के पास पहुंच इसकी शिकायत की. शिकायत के बाद एसपी पश्चिम क्षेत्र महेशचंद्र जैन ने जवान सत्येंद्र को लाइन हाजिर कर दिया. और अब विभागीय जांच करवाने का दावा किया है.
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