जब मशहूर शायर राहत इंदौरी के एक मजाक पर झेंप गए कवि कुमार विश्वास
- राहत इंदौरी पर कुमार विश्वास ने कपिल शर्मा के शो में तंज कसा था. जिसके बाद उर्दू शायर राहत साहब ने अपने शेर से कड़ा जवाब दिया.

उर्दू के मशहूर शायर राहत इंदौरी का मंगलवार को हार्ट अटैक के कारण निधन हो गया. इंदौर के अरविंदो अस्पताल में राहत इंदौरी ने आखिरी सांस ली. शायर राहत इंदौरी ने मंगलवार की सुबह खुद ट्वीट करके कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी दी थी.
राहत इंदौरी के निधन पर प्रदेश और देश की तमाम हस्तियों ने दुख जताया है. जिसमें कवि कुमार विश्वास भी शामिल हैं. उन्होनें मंगलवार की सुबह राहत साहब के जल्दी ठीक होने को लेकर भी ट्वीट किया था.
राहत इंदौरी को आज रात छोटी खजरानी स्थित कब्रिस्तान में किया जाएगा
राहत इंदौरी की हाजिरजवाबी के लिए कुमार विश्वास को एक कार्यक्रम में शर्मिंदा भी होना पड़ा था. कुमार विश्वास और राहत इंदौरी साहब कपिल शर्मा के शो में गए थे. कार्यक्रम की शुरूआत में कपिल शर्मा ने राहत साहब से कुछ सुनाने के लिए कहा था. जिसमें कुमार विश्वास ने कहा कि इन्हें साफ बता दीजिए कि शायरी करनी है, नहीं तो वह कुछ और भी कर सकते हैं.
शाखों से टूट जाएं वो पत्ते नहीं… कहने वाले राहत इंदौरी का निधन
कवि कुमार विश्वास ने इसके बाद कहा कि हम कितने शैतान हैं, यह पता करने के लिए हमारे घर के बुजुर्गों को देख सकते हैं. इसके बाद राहत साहब ने शेर पढ़ा जिसके लिए खूब तालियां बजी. तालियों के रूकने पर राहत इंदौरी ने विश्वास से कहा कि लोगों की तालियां सुनकर लगता है कि आपके 20 लतीफों से बेहतर मेरा एक शेर है. राहत की यह बात सुनकर विश्वास झेंप गए थे.
अन्य खबरें
कहते रहे " कि बुलाती है मगर जाने का नही" और खुद ही हमेशा के लिए चले गए इंदौरी
राहत इंदौरी को आज रात छोटी खजरानी स्थित कब्रिस्तान में किया जाएगा
शाखों से टूट जाएं वो पत्ते नहीं… कहने वाले राहत इंदौरी का निधन
राहत इंदौरी: स्पोर्ट्स कैप्टन से बने बोर्ड पेंटर, 19 साल की उम्र में बने शायर