एम वाय अस्पताल में बेटे के शव के पोस्टमार्टम को परेशान रिटायर्ड पुलिस अधिकारी
- रिटायर्ड पुलिस अधिकारी का बेटा भी था आरक्षक. एक महीने की छुट्टी पूरी कर ड्यूटी पर जा रहा था. ट्राले ने जोरदार टक्कर मार दी, जिससे आरक्षक की पत्नी व बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई. आरक्षक को इंदौर एम वाय हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया, जहां देर रात उसकी भी मौत हो गई.

इंदौर. आपने अक्सर सुना होगा कि पोस्टमार्टम के लिए पुलिस देरी से आती है, लेकिन इंदौर स्थित मध्य प्रदेश के सबसे बड़े एमवाय अस्पताल की मोर्चरी का तो मामला ही अलग है. यहां अपने आरक्षक बेटे की मौत के बाद पोस्टमार्टम के लिए रिटायर्ड टीआई भटक रहे हैं.
प्रदेश के सबसे बड़े हॉस्पिटल एमवाय की लापरवाही का यह पहला मामला नही है, जहां पोस्टमार्टम के लिए परिजनों को परेशान होना पड़ रहा है. पहले भी ऐसे मामले देखे जा चुके हैं. उज्जैन में कुछ समय पहले पदस्थ टीआई अशोक शुक्ल अब रिटायर्ड हो चुके हैं. उनका बेटा भी आरक्षक के पद पर उज्जैन के माधवगंज थाने में तैनात था. वह बुधवार को अपनी पत्नी व बेटे के साथ एक महीने की छुट्टी पूरी कर ड्यूटी पर आ रहा था, तभी आष्ठा के पास एक ट्राले ने जोरदार टक्कर मार दी. इस हादसे में आरक्षक की पत्नी व बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई. आरक्षक को आष्ठा से इंदौर एमवाय हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया. यहां देर रात आरक्षक की भी मौत हो गई. मगर रिटायर्ड टीआई अशोक शुक्ला अपने बेटे का पोस्टमार्टम करवाने के लिए डॉक्टरों का इंतजार कर रहे हैं. कोई डॉक्टर उनके बेटे के शव का पोस्टमार्टम करने के लिए नहीं आ रहा है.
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रिटायर्ड टीआई अशोक शुक्ल का कहना है कि उन्हें तीन डेथ बॉडी लेकर जाना है, मगर अभी तक उनके बेटे का पोस्मार्टम नहीं हुआ है. अगर एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी के साथ ऐसा हो सकता है तो आम जनता कितनी परेशान होती होगी.
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