नौ महीने के बच्चे के गले में फंसा एलईडी का छोटा बल्ब, ऑपरेशन के बाद बची जान

Smart News Team, Last updated: Fri, 12th Feb 2021, 3:25 PM IST
  • इंदौर में एक नौ महीने के बच्चे के सांस की नली में एलईडी बल्ब का पॉइंट फंस गया था, जिसे देसध घण्टे के ऑपरेशन के बाद निकाला गया.
नौ महीने के बच्चे के गले में फंसा एलईडी का छोटा बल्ब, ऑपरेशन के बाद बची जान (प्रतीकात्मक तस्वीर)

इंदौर में नौ महीने की बच्चे के गले में एलईडी बल्ब का छोटा पॉइंट फंसने का मामला सामने आया है. इसके फंसने से बच्चे का एक फेफड़ा काम कम करना बंद कर दिया था, जिससे बच्चे को सांस लेने में भी काफी प्रॉब्लम हो रही थी. लेकिन इंदौर के एमवाय अस्पताल के विशेषज्ञों ने डेढ़ घण्टे का ऑपरेशन कर नौ माह की बच्चे की जान बचा ली. बच्च का ऑपरेशन नाक, कान, गला विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर आरके डॉ. आर के मूंदड़ा और डॉ. यामिनी गुप्ता के मार्गदर्शन में डॉक्टर जगराम वर्मा की टीम ने ऑपरेशन किया है.

बच्चे का नाम कार्तिक है. बताया जा रहा है की कार्तिक को अचानक खांसी आने लगी और उसे सांस लेने में भी तकलीफ होने लगी, जिसके लिए परिजन ने उसे पास के निजी क्लीनिक में भर्ती कराया. लेकिन 4 दिन उपचार के बाद भी बच्चे को कोई आराम नहीं हुआ, वहीं स्थिति और बिगड़ती गयी. इसके बाद बच्चे को तुरंत ही इंदौर के एमवाय अस्पताल लाया गया, जहां उसे अस्पताल के नाक, कान, गला विभाग में भर्ती कराया गया.

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बच्चे को तुरंत भर्ती कर के ऑक्सीजन पर रखा गया और उसका सिटी स्कैन कराया, जिसमें पता चला कि बच्चे के बाएं तरफ के फेफड़े के ऊपर श्वास नली में कुछ जैसा फंसा हुआ है एवं बाया फेफड़ा पूरी तरह से बंद पड़ा है. गंभीर हालत के कारण बच्चे को तुरंत ऑपरेशन थिएटर ले जय गया, जहां डॉक्टर आरके मूंदड़ा विभागाध्यक्ष, डॉ. यामिनी गुप्ता प्रोफेसर नाक-कान-गला विभाग के मार्गदर्शन में डॉक्टर जगराम वर्मा एसोसिएट प्रोफेसर एवं निशा चेतना विशेषज्ञ डॉक्टर रश्मि पाल एसोसिएट प्रोफेसर एवं डॉ. दीपाली सहायक अध्यापक एवं दोनों विभाग के सहयोग की मदद से दूरबीन पद्धति द्वारा ऑपरेशन किया गया. टीम बच्चे के गले से एलईडी बल्ब को तार सहित निकालने में सफल रही.

 

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