इंदौर, अमृतसर सहित 13 और एयरपोर्ट्स होंगे प्राइवेट, नीलामी में बड़े एयरपोर्ट के साथ मिलेंगे छोटे एयरपोर्ट्स

Somya Sri, Last updated: Fri, 10th Sep 2021, 10:12 AM IST
  • मोदी सरकार ने 13 और एयरपोर्ट्स को प्राइवेट करने का फैसला किया है. केंद्र सरकार ने इसकी स्वीकृति भी दे दी है. इस बार केंद्र सरकार ने एयरपोर्ट्स के निजीकरण को एक पैकेज डील के तौर पर लेकर आई है. जिसमें 6 बड़े एयरपोर्ट्स के नीलामी के वक्त 7 छोटे एयरपोर्ट्स दिए जाएंगे.
एयरपोर्ट (फाइल फोटो)

इंदौर: केंद्र की मोदी सरकार ने 13 और एयरपोर्ट्स को प्राइवेट करने का फैसला किया है. केंद्र सरकार ने इसकी स्वीकृति भी दे दी है. माना जा रहा है कि अगले साल तक इन 13 एयरपोर्ट्स की नीलामी प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. इस बार केंद्र सरकार ने एयरपोर्ट्स के निजीकरण को एक पैकेज डील के तौर पर लेकर आई है. जिसमें 6 बड़े एयरपोर्ट्स के नीलामी के वक्त 7 छोटे एयरपोर्ट्स दिए जाएंगे. इसे एक पर एक फ्री के तौर पर देखा जा सकता है.

मिली जानकारी के मुताबिक 9 सितंबर को केंद्र सरकार ने अमृतसर, भुवनेश्वर, इंदौर, रायपुर, त्रिची और वाराणसी ये 6 एयरपोर्ट की नीलामी की मंजूरी दी है. वहीं इनके साथ हुबली, तिरुपति, औरंगाबाद, जबलपुर, कांगड़ा, कुशीनगर और गया ये 7 एयरपोर्ट्स क्लब किए जाएंगे. यानी 6 बड़े एयरपोर्ट्स के साथ 7 छोटे एयरपोर्ट्स क्लब कर दिए जाएंगे.

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बता दें कि एयरपोर्ट्स को क्लब करने का अर्थ है कि वाराणसी के साथ कुशीनगर और गया एयरपोर्ट्स दिए जाएंगे. ठीक ऐसे ही अमृतसर के साथ कांगड़ा, भुवनेश्वर के साथ तिरुपति, रायपुर के साथ औरंगाबाद, इंदौर के साथ जबलपुर और त्रिची के साथ हुबली की नीलामी होगी. जानकारी के मुताबिक इन एयरपोर्ट्स के प्राइवेटाइजेशन के बाद मोदी सरकार के झोले में 3 हजार 700 करोड़ रुपये आएंगे.

मालूम हो कि इससे पहले केंद्र सरकार देश के कई एयरपोर्ट को नीलाम कर चुकी है. गुजराती कारोबारी अदानी की कंपनी अब जल्द ही जयपुर, गुवाहाटी और त्रिवेंद्रम एयरपोर्ट को टेकओवर कर सकती है.

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