इंदौर के एमवाय अस्पताल में बनने वाले शव गृह में एक साथ हो सकेंगे 10 पोस्टमार्टम
- एक करोड़ रुपए से ज्यादा की धनराशि से दो चरणों में होगा मध्य प्रदेश के सबसे बड़े शव गृह का निर्माण कार्य. शव गृह में दो भाग होंगे, एक में 16 और दूसरे में 24 शव रखने की व्यवस्था होगी. इस तरह कुल 40 शव एक साथ रखे जा सकेंगे. मृतकों के परिजनों के बैठने के लिए प्रतीक्षालय भी बनाया जाएगा.
इंदौर. इंदौर स्थित मध्य प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल महाराजा यशवंतराव अस्पताल (एमवायएच) में शवों को रखने के लिए प्रदेश की सबसे बड़ी मोर्च्यूरी (शव गृह) बनाने का काम शुरू हो गया है. इसमें एक करोड़ रुपए से ज्यादा की धनराशि खर्च होगी. इसका निर्माण कार्य दो चरणों में होगा. इस संबंध में शनिवार को आयोजित वर्चुअल बैठक में फैसला लिया गया. साथ ही तय किया गया कि जनवरी तक यह काम पूरा कर लिया जाएगा. बैठक में सांसद शंकर लालवानी, संभागायुक्त डॉ. पवन शर्मा के साथ डीन डॉ. संजय दीक्षित, अधीक्षक पीएस ठाकुर व अन्य अधिकारी मौजूद थे.
संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा ने कहा कि इसका निर्माण कार्य जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा. पहले चरण का काम 26 जनवरी के पहले पूरा कर लिया जाएगा. इसके निर्माण के लिए मध्यप्रदेश हाउसिंग बोर्ड को निर्माण एजेंसी बनाया गया है. एमवाय अस्पताल में प्रदेश की सबसे बड़ी बनने वाली मोर्च्यूरी में शवों को सुरक्षित रखने, पोस्टमार्टम करने का विस्तार होगा. शव गृह में दो भाग होंगे. एक में 16 और दूसरे में 24 शव रखने की व्यवस्था होगी. इस तरह कुल 40 शव एक साथ रखे जा सकेंगे.
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इसी तरह, पोस्टमार्टम करने की सुविधा भी बढ़ाई जा रही है. इसके बनने के बाद एक साथ 10 शवों के पोस्टमार्टम किए जा सकेंगे. मृतकों के परिजनों के बैठने के लिए प्रतीक्षालय भी बनाया जाएगा. इसमें शौचालय, पेयजल और बैठने की व्यवस्था होगी. इसके अलावा पार्किंग भी बनाई जाएगी. इसमें पुलिस की कार्यवाही के लिए भी अलग से रूम रहेगा. यह शव गृह एक मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा.
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