बाल विवाह रोकने के लिए 15 साल की युवती पहुंची थाने, कहा- घरवालों कों करो नजरबंद

Ruchi Sharma, Last updated: Tue, 7th Dec 2021, 5:48 PM IST
  • राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में 15 साल की युवती अपना बाल विवाह रुकवाने के लिए थाने पहुंची. एसडीएम से मिली और घरवालों को पाबंद करने की बात कही. लड़की ने बताया कि घरवाले जबरदस्ती 11 दिसंबर को शादी करवा रहे हैं. वह पढ़ाई करके जीवन में आगे बढ़ना चाहती है. जिसके बाद प्रशासन ने शादी रुकवाई.
15 साल की युवती पहुंची स्कूल से पहुंची थाने, बोली- मेरी शादी रुकवाओ

जयपुर. हमारा देश और समाज आजादी के सात दशकों के बाद भी बाल विवाह जैसी कुप्रथा नहीं छोड़ पाया है. आज भी कई ऐसी जगह है जहां यह कुरीति जिंदा है. इन लोगों की वजह से बाल विवाह आज भी चिंता का विषय बना हुआ है. राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में इस कुप्रथा का जीता जागता उदाहरण सामने आया है, लेकिन खास बात यह रही कि यहां नाबालिक ने सराहनीय कदम उठाते हुए खुद अपने बाल विवाह को रुकवाने थाने पहुंच गई. एसडीएम से भी मिली और घरवालों को पाबंद करने की बात कही. लड़की ने बताया कि घरवाले जबरदस्ती 11 दिसंबर को शादी करवा रहे हैं. वह पढ़ाई करके जीवन में आगे बढ़ना चाहती है. जिसके बाद प्रशासन ने शादी रुकवाई.

मामला बड़ीसादड़ी के सरथला गांव का है, जहां कृष्णा मेनारिया पुत्री कन्हैया लाल मेनारिया की शादी की तैयारियां चल रही थी. युवती के मुताबिक उसकी शादी की जानकारी उसको नहीं दी गई. शादी के कार्ड में अपना नाम देखकर वह चौंक गई. तब दादा और बड़े पापा ने 11 दिसंबर को उसकी शादी होना बताया. बुआ ने अपने बेटे की शादी के बदले आटे-साटे में उसका रिश्ता पक्का करवा दिया.

स्कूल की छुट्टी के बाद खुद थाने पहुंच लड़की

माता-पिता ने भी परिवार के दबाव में रजामंदी दे दी. लड़की ने बताया कि वह अभी शादी नहीं करना चाहती. परिवार में किसी ने उसका साथ नहीं दिया. जिसके चलते स्कूल की छुट्‌टी के बाद थाने गई और पुलिस को सारी बात बताई. थाना अधिकारी कैलाश चंद्र सोनी ने एसडीएम ऑफिस भेजा.

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बुआ ने करवाया था रिश्ता तय

एसडीएम बिंदु बाला राजावत ने बताया कि लड़की से पूरी जानकारी ली गई है. लड़की ने बताया कि दादा रामेश्वर लाल मेनारिया, बड़े पापा प्रभु लाल मेनारिया और बुआ पांदूडी देवी मिलकर जबरन उसकी शादी करवा रहे हैं. गांव के ही करण पुत्र लक्ष्मीलाल मेनारिया के साथ रिश्ता तय किया है. बुआ ने अपने बेटे शम्भू लाल की शादी के बदले आटे-साटे में उसका भी रिश्ता करवा दिया. माता-पिता ने भी रजामंदी दे दी.

एसडीएम ने परिजनों से लिखवाया शपथ-पत्र

एसडीएम ने बताया कि मामला सामने आने के बाद परिवार को बुलाया गया. परिजनों से शपथ-पत्र पर लिखवाया कि कृष्णा का बाल विवाह नहीं करेंगे. वह आगे पढ़ाई करना चाहती है. उसे पढ़ने दिया जाएगा. पुलिस ने परिवार को समझाया और बाल विवाह नहीं करने के लिए पाबंद किया

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