खाली पड़े हैं लैब टेक्निशियन के 3600 रिक्त पद, स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ा असर
- जयपुर शहर में लैब टेक्निशीयन्स के 3600 पद खाली पड़े हुए हैं. वहीं, अभी तक सरकार द्वारा केवल 1119 पदों पर ही भर्ती की गई है. इससे अस्पतालों में लोगों की जांच में भी काफी परेशानियां हो रही हैं.
जयपुर: कोरोना वायरस के दौरान लैब टेक्निशीयन्स की भूमिका काफी बढ़ गई है. लेकिन हैरान करने वाली बात तो यह है कि इस दौर में भी जयपुर शहर में लैब टेक्निशीयन्स के 3600 पद खाली पड़े हुए हैं. वहीं, अभी तक सरकार द्वारा केवल 1119 पदों पर ही भर्ती की गई है. इससे अस्पतालों में लोगों की जांच में भी काफी परेशानियां हो रही हैं. जयपुर में लैब टेक्नीशियन्स की कमीर के कारण एचआईवी, मलेरिया, डेंगू, स्वाइन फ्लू और स्क्रब टाइफ जैसी बीमारियों की जांच में भी असल पड़ रहा है.
बताया जा रहा है कि जयपुर मं मौजूदा स्थिति में 6400 लैब टेक्निशियन्स के पद हैं, जिसमें से अभी तक केवल 2800 पदों पर ही काम किया जा रहा है. वहीं, जैसे-जैसे शहर में नए मेडिकल कॉलेज और अस्पताल खोले जा रहे हैं, वैसे-वैसे ही टेक्निशियन्स के पदों की रिक्त संख्या का ग्राफ भी बढ़ता ही जा रहा है. इससे हॉस्पिटल में न केवल मरीजों की जांच प्रभावित हो रही है, बल्कि मरीजों के लाभ के लिए बनाई गई कई सरकारी योजनाएं भी प्रभावित हो रही हैं.
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रिपोर्ट के मुताबिक लैब टेक्निशियनों की कमी से निशुल्क जांच योजना, प्रधानमंत्री मातृ एवं शिशु सुरक्षा योजना तथा ब्लड बैंक, एडवांस वायरोलॉजी लैब में जांच का काम प्रभावित हो रहा है. इस बारे में बात करते हुए अखिल राजस्थान लैब टेक्निशियन कर्मचारी संघ के पूर्व प्रवक्ता महेश सैनी ने कहा कि प्रदेश में 3600 पद लैब टेक्निशियन के रिक्त पड़े हैं. वहीं, दूसरी और सरकार की भारी कोशिश के बाद भी केवल 1119 पदों पर ही भर्ती हो पाई है.
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