जयुपर : नाबालिग किशोरी से होटल में रेप कर एक साल से फरार चल रहा आरोपित गिरफ्तार

Smart News Team, Last updated: Mon, 4th Jan 2021, 10:45 PM IST
  • पुलिस से बचने के लिए आरोपी डिजीटल तकनीक का उपयोग कर रहा था. जिससे पुलिस उसकी लोकेशन ट्रेस नहीं कर पा रही थी. पुलिस ने भी उसे डिजीटल तकनीक का इस्तेमाल कर पकड़ने में सफलता हासिल कर ली 
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जयपुर.  ग्रामीण जिले के प्रागपुरा थाना पुलिस ने एक नाबालिग किशोरी से होटल में दुष्कर्म कर एक साल से फरार चल रहे आरोपित को गिरफ्तार किया है. जांच में सामने आया कि आरोपित वारदात के बाद पुलिस से बचने के लिए पिछले एक साल से डिजीटल तकनीक का उपयोग कर रहा था. जिसकी लोकेशन पुलिस ट्रेस नहीं कर पा रही थी. जयपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक शंकर दत्त शर्मा ने बताया कि प्रागपुरा थाना पुलिस ने कृष्ण कुमार स्वामी (20) निवासी तन पाछुडाला, प्रागपुरा जिला जयपुर गिरफ्तार को किया है. वहीं इस मामले में सहआरोपित एक महिला पहले गिरफ्तार हो चुकी है. 

आरोपित के खिलाफ पीडिता के भाई ने जनवरी 2020 को थाने में मामला दर्ज करवाया था कि आरोपित कृष्ण कुमार स्वामी की पड़ोस में रहने वाली एक महिला ने पीडित की बहन से मुलाकात करवाई. फिर वही महिला अपने मोबाइल फोन से चोरी छिपे आरोपित कृष्ण कुमार की बातचीत उसकी बहन से करवाने लगी. 14 दिसंबर 2019 को उसकी बहन स्कूल से घर लौट रही थी. इस दौरान आरोपित कृष्ण कुमार उसे घर छोड़ने के बहाने बाइक पर बैठाकर पावटा स्थित एक होटल में ले गया और उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया. इसके बाद बहन को धमकी दी कि इस बारे में किसी को बताया तो जान से मार देगा. 

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कुछ समय तक तो पीड़िता चुप रही लेकिन एक दिन उसने हिम्मत कर परिजनों को इस बारे में बताया. इस पर पीडिता के साथ परिजनों ने थाने पहुंच गए और मामला दर्ज करवाया. इसके बाद आरोपित कृष्ण कुमार फरार हो गया. नाबालिग लड़की की उम्र करीब 14 साल थी जब उससे वारदात हुई. आरोपित पुलिस से बचने के लिए साइबर तकनीक का इस्तेमाल करते हुए अपने परिजनों से व्हॉट्सएप कॉलिंग से बातचीत करता था. इसके लिए वह बिना सिम का मोबाइल फोन और इंटरनेट कनेक्शन के लिए डोंगल का उपयोग कर रहा था. जिससे उसने मोबाइल कनेक्ट कर रखा था. ऐसे में एक साल तक वह बचता रहा. इस पर पुलिस ने आरोपित कृष्ण कुमार और उसके परिजनों के मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल निकाली लेकिन इसमें कुछ नहीं मिला. इसके बाद पता चला कि आरोपित कृष्ण कुमार ने सोशल मीडिया पर फोटो अपलोड किए हैं, तब पुलिस ने साइबर तकनीक की मदद से आरोपित के फोटो के आसपास के लोकेशन की जानकारी जुटाई. इस बीच पुलिस ने कृष्ण कुमार को एक व्हाट्सएप लिंक भेजा, जिसे खोलते हुए ही आरोपित कृष्ण कुमार की लोकेशन जयपुर जिले में ट्रेप हुई और फिर पुलिस ने उसे धर दबोचा.

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