जयपुर एयरपोर्ट 50 साल अडानी ग्रुप के हवाले, PPP मॉडल पर चलेगा हवाई अड्डा

Somya Sri, Last updated: Mon, 11th Oct 2021, 4:53 PM IST
  • राजस्थान के जयपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की जिम्मेदारी अब अडानी ग्रुप के हाथ में होगी. केंद्र सरकार ने अडानी ग्रुप को जयपुर एयरपोर्ट 50 साल के लिए पीपीपी मॉडल पर लीज पर दिया है. यानी 50 साल बाद ये एयरपोर्ट अथारिटी ऑफ इंडिया के पास वापस आ जाएगा. लखनऊ, मुंबई, अहमदाबाद, बेंगलुरु के हवाई अड्डे के बाद जयपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा भी अडानी ग्रुप के हाथ में आ गया है.
जयपुर हवाई अड्डा (फाइल फोटो )

जयपुर: राजस्थान के जयपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की जिम्मेदारी अब अडानी ग्रुप के हाथ में होगी. इसके संचालन सहित सभी अहम फैसला अब अडानी ग्रुप लेगा. हालांकि केंद्र सरकार ने अडानी ग्रुप को जयपुर एयरपोर्ट 50 साल के लिए पीपीपी मॉडल पर लीज पर दिया गया. यानी 50 साल बाद ये एयरपोर्ट अथारिटी ऑफ इंडिया के पास वापस आ जाएगा. फिलहाल अडानी ग्रुप लखनऊ, मुंबई, अहमदाबाद, बेंगलुरु के हवाई अड्डे का संचालन कर रहा है. अब इस फेहरिस्त में जयपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा भी जुड़ गया है.

मिलेंगी अधिक सुविधाएं

माना जा रहा है कि जयपुर एयरपोर्ट का निजी हाथों में जाने से यात्रियों को पहले से अधिक सुविधाएं तो मिलेंगी. लेकिन इसका सीधा असर यात्रियों की जेब पर भी पड़ेगा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एयरपोर्ट पर मिलने वाले समान की रेट सहित हर सुविधाओं पर चार्ज लगाने की निजी कंपनी को सीधी छूट होगी, जिससे वह मनमाने दाम वसूल सकेंगी.

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सुविधाओं के साथ बढ़ेंगे रोजगार

कहा जा रहा है कि निजी जयपुर एयरपोर्ट के निजी हाथों में जाने के बाद सुविधाओं में इजाफा होगा और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे. वहीं यात्रियों की जेब पर निजी हाथों का क्या असर होगा ये अभी कहना मुश्किल है. किराए में बढ़ोत्तरी होगी या कटौती होगी ये आने वाला वक्त ही बताएगा.

सुरक्षा के रहेंगे ये इंतजाम

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जयपुर एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था पुराने हाथों में ही रहेगी. सुरक्षा को लेकर कोई बदलाव नहीं किये जाएंगे. एटीसी और नेविगेशन की व्यवस्था एयरपोर्ट अथोरिटी के पास ही रहेगी. हमेशा की तरह सुरक्षा पर निगरानी बीसीएएस ही करेगी और सुरक्षा व्यवस्था की कमान सीआईएसएफ के पास ही रहेगी.

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