जयपुर में पतंगो की बिकी पर कोरोना और ओमीक्रॉन की मार, लगा पतंगबाजी पर प्रतिबंध
- जयपुर में कोरोना संक्रमण और ओमीक्रॉन के मामले बढ़ने पर प्रशासन ने पतंग उड़ाने पर प्रतिबंध लगा दिया है. जिसके चले बाजारों में पंतगों की बिक्री पर काफी असर पड़ रहा है

जयपुर (भाषा). राजधानी जयपुर में मकर संक्राति को बहुत जोर शोर से मनाया जाता है. वहीं इस पर्व पर पतंगो की खूब बिक्री होती है. लेकिन इस बार कोरोना वायरस और इसके ओमीक्रोन वेरिएंट को मामलों को बढ़ता देख इसपर भी सरकार की तरफ सेपंडी लगा दी गई है. जिससे पतंगों की बिक्री पर असर पड़ने लगा है. वहीं शहर में शहर में पतंग, मांझे व डोरी की दुकानें तो सजी हैं लेकिन ग्राहकी नहीं होने से कारोबारी निराश हैं.
हांडीपुरा के एक पतंग विक्रेता उस्मान खान ने पीटीआई-भाषा को बताया कि लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ है, लेकिन कोविड-19 के डर और सरकारी प्रतिबंधों ने निश्चित रूप से इस साल पतंग कारोबार को प्रभावित किया है. खान ने कहा कि हर साल, मकर संक्रांति से पहले खूब ग्राहक आते थे. लेकिन, इस साल, संख्या काफी कम है. त्योहार से एक दिन पहले बृहस्पतिवार को बिक्री बढ़ने की उम्मीद है. आम तौर पर, हम 14 जनवरी तक लगभग पूरा स्टॉक खत्म कर देते हैं, लेकिन इस साल ऐसा लगता है कि हमारे पास काफी स्टॉक रह जाएगा.
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इस बीच जयपुर जिला जिला कलक्टर अंतर सिंह नेहरा ने जयपुर जिले में समस्त राजस्व सीमाओं में 31 जनवरी 2022 तक प्रातः 6 से 8 बजे एवं सांय 5 से 7 बजे तक पतंग उड़ाने पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया है. उन्होंने पीटीआई भाषा से कहा कि नेहरा ने यह भी कहा कि चीनी मांझा पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. प्लास्टिक के तार वाले इस मांझे से मनुष्यों और पक्षियों को गंभीर चोट लग सकती है.
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