जयपुर: IPS मनीष अग्रवाल को ACB ने किया गिरफ्तार, ठेकेदार से रिश्वत लेने का आरोप

Smart News Team, Last updated: Tue, 2nd Feb 2021, 8:56 PM IST
  • दौसा रिश्वत रैकेट में भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने दौसा के पूर्व पुलिस अधीक्षक मनीष अग्रवाल को गिरफ्तार किया. वहीं पुलिस मनीष के अन्य ठीकानों पर छापेमारी कर रही है. इससे पहले भारतमाला परियोजना के ठेकेदार ने आरोप लगाया गया था एसडीएम उनसे रिश्वत की मांग कर रहे थे.
रिश्वत मांगने के आरोपों में एसीबी ने दौसा के पूर्व पुलिस अधीक्षक मनीष अग्रवाल को गिरफ्तार किया.

जयपुर. मंगलवार को दौसा रिश्वत रैकेट में भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने दौसा के पूर्व पुलिस अधीक्षक मनीष अग्रवाल को गिरफ्तार किया. वहीं पुलिस मनीष के अन्य ठीकानों पर छापेमारी कर रही है. इससे पहले भारतमाला परियोजना के ठेकेदार ने आरोप लगाया गया था एसडीएम उनसे रिश्वत की मांग कर रहे थे.

एसीबी के महानिदेशक भगवान लाल सोनी ने बताया है कि अग्रवाल को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. एसीबी की एक टीम अग्रवाल के ठिकानों पर तलाशी ले रही है. 23 दिसंबर को एसपी ने जिले के सभी एसएचओ को अपने क्षेत्र में खोदे गए गड्ढों की तथ्यात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश जारी किया था. इस पर एसीबी ने पूछा था कि "क्या एक गड्ढे का आकार एक एसपी का काम है?

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मामले पर एसीबी अधिकारी ने बताया है कि एसपी के बिचौलिए नीरज मीणा ने एक आपराधिक मामला दर्ज करने के नाम पर ठेकेदार को धमकी दी. इसके अलावा उनके मामले को निपटाने के लिए हर महीने 10 लाख रुपये और अतिरिक्त 10 लाख रुपये की मांग की. आरोपियों ने अन्य कर्मचारियों को भी ब्लैकमेल किया लेकिन वे शिकायत दर्ज करा नहीं पाए थे. कुछ समय के अधिकारियों ने दीवानी मामलों और आपराधिक मामलों को दर्ज करने की धमकी दी. मीणा और मित्तल दोनों राजस्थान प्रशासनिक अधिकारी (आरएएस) हैं और वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं.

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बता दें कि निर्माण कंपनी के मालिक नीरज जिन्हें भारतमाला परियोजना के तहत दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस हाईवे का ठेका मिला था. उन्होंने आरोपी एसडीएम के खिलाफ ब्यूरो में शिकायत की थी. इस पर एसडीएम ने सड़क निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण में ठेकेदार की मदद करने और निर्माण कार्य में बाधा न डालने के एवज में रिश्वत की मांग की. जब ठेकेदार ने इंकार कर दिया तो एसडीएम ने उसे परेशान करना शुरू कर दिया.

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