शीशराम ओला पर BJP प्रवक्ता की टिप्पणी से भड़के कांग्रेसी, नड्डा से माफी की मांग
जयपुर. बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया द्वारा दिवंगत कांग्रेस नेता शीशराम ओला पर की गई टिप्पणी को लेकर राजस्थान में सियासत गर्मा गई है. गौरव भाटिया की इस टिप्पणी को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सचिन पायलट और रणदीप सुरजेवाला सहित कांग्रेस के कई नेताओं ने आपत्ति जताई है. इसके साथ ही जयपुर से लेकर राजधानी दिल्ली तक के कांग्रेस नेताओं ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से गौरव भाटिया के खिलाफ कार्रवाई करने के मांग की है.
इसके साथ ही कांग्रेस नेताओं ने जेपी नड्डा से कहा है कि वह कांग्रेस के दिवंगत कद्दावर नेता शीशराम ओला पर की गई टिप्पणी को लेकर मांफी मांगे. बता दें कि मोदी कैबिनेट के विस्तार के बाद गौरव भाटिया ने जून 2013 में कांग्रेस के मंत्रिमंडल को लेकर ट्वीट किया था कि कांग्रेस ने 85 साल के शीशराम ओला जी को अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया था. इसके बाद उन्होंने कहा- जिनका हिल गया था पुर्जा मनमोहन ढूंढ रहे थे ऊर्जा. जब कांग्रेस नेताओं ने उनकी इस टिप्पणी पर आपत्ति की तो गौरव भाटिया ने ट्वीट डिलीट कर दिया था.
गौरव भाटिया के इस ट्वीट पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए लिखा- स्वर्गीय श्री शीशराम ओला जी ने 60 सालों से अधिक समय तक सामाजिक एवं राजनीतिक क्षेत्र में रहकर किसानों के हितों की रक्षा की. वे केन्द्र एवं राज्य दोनों सरकारों में अनेकों बार कैबिनेट मंत्री रहे. 1968 में उन्हें समाजसेवा के लिए पद्मश्री सम्मान मिला.
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया द्वारा श्री ओला पर की गई टिप्पणियों की मैं भर्त्सना करता हूं। इससे प्रदेश की जनता में भारी आक्रोश पैदा हुआ है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष @JPNadda को अविलंब राजस्थान की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) July 10, 2021
वहीं टोंक विधायक और राजस्थान के उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने ट्वीट करते हुए लिखा- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और किसान हितेशि स्व. श्री शीशराम ओला जी पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता की अमर्यादित टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण है. देश एवं प्रदेश के विकास में शीशराम जी का योगदान विशालकाय है. इस असभ्य शब्दावली का प्रयोग ऐसे नेताओं की संस्कारहीन सोच का प्रमाण है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और किसान हितेशि स्व. श्री शीशराम ओला जी पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता की अमर्यादित टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण है।
— Sachin Pilot (@SachinPilot) July 10, 2021
देश एवं प्रदेश के विकास में शीशराम जी का योगदान विशालकाय है।
इस असभ्य शब्दावली का प्रयोग ऐसे नेताओं की संस्कारहीन सोच का प्रमाण है। pic.twitter.com/9PDzcF910O
जानें कौन हैं शीशराम ओला
दिवंगत कांग्रेस नेता शीशराम ओला कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में से एक थे. वह साल 1957 से 1990 तक राजस्थान विधानसभा के सदस्य रहे और 1980 से 1990 तक वे राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे थे. इसके साथ ही वह 1996 से 1997 तक केंद्रीय रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 1997 से 1998 तक केंद्रीय जल संसाधन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) थे.
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इसके बाद 23 मई 2004 से 27 नवंबर 2004 तक केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री थे और डॉ मनमोहन सिंह की सरकार में केंद्रीय खान मंत्री भी रहे थे. उन्हें 1968 में सामाजिक कार्यों के लिए पद्म श्री भी मिल चुका है.
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