जयपुर में पत्रकार पर हमले का मामला: गंभीर घायल पत्रकार अभिषेक की 15 दिन बाद मौत

Smart News Team, Last updated: Wed, 23rd Dec 2020, 11:22 PM IST
  • आठ दिसंबर को अभिषेक और महिला साथी पर हमला हुआ था. पुलिस ने कुछ दिन पहले ही एक आरोपी को गिरफ्तार  किया था. बाकी आरोपी अभी पुलिस गिरफ्त के बाहर है. बुधवार देर शाम अभिषेक की मौत के बाद पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है.
हमले के 15 दिन बाद पत्रकार अभिषेक ने दम तोड़ दिया

जयपुर. मानसरोवर थाना इलाके में 8 दिसंबर की रात को पत्रकार अभिषेक सोनी और महिला साथी पर हुए हमले में गंभीर घायल पत्रकार अभिषेक सोनी की बुधवार देर शाम मौत हो गई. गौर हो कि पत्रकार अभिषेक सोनी निवासी ऋषि गालव नगर गलता गेट करीब 15 दिनों तक वेंटिलेटर पर रहे और बुधवार देर शाम को इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया. पुलिस ने इस मामले में एक आरोपित को कुछ दिन पहले ही गिरफ्तार किया था, लेकिन अन्य आरोपित पुलिस पकड से दूर हैं. इधर पत्रकार अभिषेक सोनी की मौत की सूचना मिलने पर पत्रकारो में आक्रोश व्याप्त है। वहीं मौत की सूचना पर पुलिस के आलाधिकारी मामले की गंभीरता को देखते हुए मानसरोवर थाने में डेरा जमाए हुए हैं और मामले की जानकारी लेने में जुटे हुए हैं.

अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त अवनिश कुमार शर्मा ने बताया कि घायल पत्रकार अभिषेक सोनी की मौत के बाद हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है. इस मामले में फरार चल रहे अन्य आरोपितों की तलाश के लिए टीमों का गठन कर उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है, जल्द ही सभी आरोपित पुलिस गिरफ्त में होंगे.

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गौरतलब है कि ऋषि गालव नगर गलता गेट निवासी अभिषेक सोनी आठ दिसंबर की रात को कहीं से आते समय अपनी महिला साथी के साथ नारायण विहार मोड़ स्थित जय माता दी स्पेशल दाल बाटी चूरमा ढाबा पर रुका था, जहां उसने अपनी कार साइड में लगाकर खाने का आर्डर दिया. इस दौरान वहां बाइक सवार तीन लड़के आए और युवती की तरफ अश्लील इशारे करने लगे. इसके बाद लड़के बदतमीजी पर उतर आए और युवती पर गंदे कमेंट करने लगे. जब अभिषेक ने इसका विरोध किया तो तीनों लड़के वहां से धमकी देकर चले गए. इसके दो मिनट बाद ही तीनों लड़के आए और पास में पड़े लोहे के पटे से मारपीट शुरू कर दी. आरोपियों ने अभिषेक के सिर पर ताबड़तोड़ वार किए, बीच बचाव में युवती आई तो उसके सिर पर भी वार कर दिया. इसके बाद आरोपित वहां से फरार हो गए. अधमरी हालत में अभिषेक ढाबे के बाहर करीब दस मिनट तक पड़ा रहा. इस दौरान वहां से कई गाड़िया गुजरी, यहां तक की ढाबे पर खड़े लोग तमाशा देखते रहे, लेकिन किसी ने भी मदद करने की जहमत नहीं उठाई. पुलिस और एंबुलेंस को कॉल करने के बावजूद वहां काफी देर तक कोई नहीं आया. दस मिनट बाद अभिषेक को होश आया तो वह दोस्त को साथ लेकर खुद ही कार चलाकर सवाई मान सिंह अस्पताल के ट्रॉमा वार्ड पहुंचा और वहां पहुंचते ही वह बेहोश हो गया. हमले में अभिषेक का सिर पर बहुत गंभीर चोट आई हुई थी.

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