जयपुर एयरपोर्ट के निजीकरण को केंद्र की मंजूरी, PPP मॉडल पर प्राइवेट कंपनी चलाएगी
- केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सार्वजनिक, निजी भागीदारी के माध्यम से भारतीय एयरपोर्ट प्राधिकरण (एएआई) के जयपुर हवाई अड्डे को लीज पर देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने जयपुर एयरपोर्ट के निजीकरण के फैसले की जानकारी दी है.

जयपुर. नरेंद्र मोदी कैबिनेट ने बुधवार को जयपुर एयरपोर्ट के निजीकरण का अहम फैसला लेते हुए इसे पीपीपी मॉडल पर प्राइवेट कंपनी को लीज पर देने का फैसला किया है. इसका मैनजमेंट और ऑपरेशन अब किसी प्राइवेट कंपनी को दिया जाएगा. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि ये फैसला कैबिनेट ने सार्वजनिक- निजी भागीदारी के तहत लिया है. दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद समेत कई एयरपोर्ट काफी समय से प्राइवेट हाथों में हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की मीटिंग में जयपुर हवाई अड्डे को सार्वजनिक-निजी भागीदारी यानी पीपीपी मॉडल पर चलाने के भारतीय एयरपोर्ट प्राधिकरण (एएआई) के प्रस्ताव पर विचार किया गया. प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में जयपुर एयरपोर्ट के निजीकरण पर मुहर लगाई गई है.
जयपुर:एयर इंडिया की फ्लाइट के शेड्यूल में अचानक से बदलाव, यात्रियों में मची हड़बड़ी
ये एयरपोर्ट 50 साल के लिए लीज पर दिया जाएगा. ये फैसला निजी निवेश को बढ़ावा देने के लिए लिया गया है. एयरपोर्ट चलाने में होने वाले नुकसान में भी इससे कमी की संभावना है. दरअसल एएआई के पास 130 एयरपोर्ट हैं जिनमें से 90 से ज्यादा एयरपोर्ट घाटे में चल रहे हैं. जयपुर के अलावा गुवाहाटी और तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट को भी पीपीपी मॉडल के तहत लीज पर देने का फैसला किया गया है.
जयपुर: कोरोना में आईसीयू बेड पर तैनात कर्मियों को प्रोत्साहन राशि देने पर विचार
अन्य खबरें
जयपुर के पास दौसा में मूक-बधिर बालिका से गैंगरेप के बाद सड़कों पर उतरे लोग
जयपुर: पटाखे के गोदाम में बड़ा धमाका, एक कर्मचारी जिंदा जला
ग्रामीण के बाद अब शहरी क्षेत्रों में भी नियुक्त किए जाएंगे स्वास्थ्य मित्र
जयपुर: राजस्थान के हर गांव में नरेगा के दो कार्य होंगे स्वीकृत