मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा- छुआछूत की भावना अभिशाप है, इसे खत्म करना जरूरी
- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक के बाद एक दो ट्वीट कर छुआछूत को अभिशाप बताते हुए इसे खत्म करने की अपील की. गहलोत ने कहा- जिस प्रकार दिव्यांग जनों का हम ध्यान रख रहे हैं, उस तरह दबे कुचले लोगों का भी ध्यान रखने की आवश्यकता है.
जयपुर. आज भी देश के कई हिस्सों में लोगों को छुआछूत का शिकार होना पड़ता है. ग्रामीण इलाकों के साथ ही कई जगह शहरों में भी लोगों के बीच इस तरह की भावना देखने को मिलती है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने समाज में छुआछूत की भावना को लेकर दो ट्वीट किए हैं. इन ट्वीट के अंत में उन्होंने कहा कि समाज में सदियों से चली आ रही छुआछूत की भावना खत्म होनी चाहिए.
बता दें कि सीएम गहलोत ने अपने पहले ट्वीट में लिखा, 'मैं चाहूंगा कि छुआछूत पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए. जिस प्रकार दिव्यांग जनों का हम ध्यान रख रहे हैं, उस तरह समाज के दबे कुचले लोगों का भी ध्यान रखने की आवश्यकता है. समाज में इनको पूरा सम्मान मिले और सदियों से चली आ रही छुआछूत की भावना सदैव के लिए समाप्त हो.'
डीबी गुप्ता राजस्थान के मुख्य सूचना आयुक्त, नारायण बारेठ व शीतल धनखड़ बने आयुक्त
वहीं अपने दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा, 'समाज में जो छुआछूत की भावना है, अनटचेबिलिटी है, इससे बड़ा दुर्भाग्य कोई हो नहीं सकता कि मानव-मानव के बीच अनटचेबल के रूप में आप भेद करें. इससे बड़ा महापाप और क्या हो सकता है. जिंदगीभर वो कुंठित रहें, ऐसे में देश का जो मानव संसाधन है, वो देश के भविष्य के साथ कैसे जुड़ेगा?'
अन्य खबरें
जयपुर क्राइम कंट्रोल : अपराधियों के पीछे दौड़ेगी पुलिस की 60 चेतक एक्सप्रेस
जयपुर में रिंग रोड पर गड्ढे, टोल वसूल रहे एनएचएआई से कलक्टर ने मांगी रिपोर्ट
जयपुर में बड़े भाई ने शराब पीने से मना किया तो छोटे भाई ने मार डाला
जयपुर : निगम ने नहीं ली सुध तो गंदे पानी में ही धरने पर बैठे पार्षद और व्यापारी