राजस्थान विधानसभा में हुए बाल सत्र में दिखा वंशवाद, नेताओं के पोते, पोती और दोहिते रहे मौजूद

Swati Gautam, Last updated: Mon, 15th Nov 2021, 1:57 PM IST
  • 14 नवंबर बाल दिवस को राजस्थान विधानसभा में पहली बार बाल सत्र का आयोजन किया गया. इस बाल सत्र में राज्य में दबदबा रखने वाले नेताओं के पाेते, पोतियों और दोहितों की भी मौजूदगी दिखाई दी. बाल सत्र में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पोती काश्विनी गहलोत विधायक बनी तो जलदाय मंत्री बीडी कल्ला के पोते राघव कल्ला को कला संस्कृति मंत्री बनाया गया.
राजस्थान विधानसभा में हुए बाल सत्र में दिखा वंशवाद, नेताओं के पोते, पोती और दोहिते रहे मौजूद. file photo

जयपुर. देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की जयंती के अवसर पर 14 नवंबर बाल दिवस को राजस्थान विधानसभा में पहली बार बाल सत्र का आयोजन किया गया. इस बाल सत्र में राज्य में दबदबा रखने वाले नेताओं के पाेते, पोतियों और दोहितों की भी मौजूदगी दिखाई दी. कह सकते हैं कि पहली बार हुए बाल सत्र में भी वंशवाद देखा गया. बता दें कि मंत्री-विधायक की भूमिका में देश-प्रदेश से आए कुल 200 बच्चों ने भाग लिया. बाल सत्र में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पोती काश्विनी गहलोत भी शामिल हुई जो विधायक के रूप में सत्र में उपस्थित रहीं. ऐसे ही जलदाय मंत्री बीडी कल्ला के पोते राघव कल्ला को कला संस्कृति मंत्री बनाया गया.

इस बाल सत्र में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे दिवंगत भोमराज आर्य के दोहिते को विधायक बने तो वहीं बाल वित्त मंत्री बनाई गई अनुष्का राठौड़ के पिता जज हैं. रविवार को हुई राजस्थान विधानसभा का यह बाल सत्र तकरीबन दो घंटे तक चला जिसमें बच्चों ने विधानसभा की कार्यवाही चलाई. इस दौरान सीएम गहलोत की पोती ने शून्यकाल में वन्य जीवों के संरक्षण का मुद्दा उठाया तो बीडी कल्ला के पोते राघव कल्ला ने ​कला संस्कृति मंत्री के तौर पर सवाल का जवाब दिया. वहीं काश्विनी ने स्कूली बच्चों को वन्य जीवन और पर्यावरण से परि​चित करवाने के लिए जंगल के टूर पर ले जाने का सुझाव दिया.

राजस्थान में कानपुर के चार एटीएम हैकर गिरफ्तार, 1.92 लाख कैश और 49 ATM कार्ड बरामद

पहली बार हुए बाल सत्र में वित्त मंत्री बनाई गई अनुष्का राठौड़ और विधायक बनाए गए दुष्यंत राठौड़ के पिता अजीत सिंह राठौड़ किशोर न्याय बोर्ड पाली में प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट है. अनुष्का 10 वीं की छात्रा है और मूल रूप से नागौर की रहने वाली है. प्रश्नकाल में अनुष्का ने पिछले 3 वर्षों में बाल विकास पर सरकार द्वारा किये गए खर्च और इसके लिए अतिरिक्त बजट को लेकर सरकार की मंशा से जुड़े सवाल पर जवाब दिया. अनुष्का ने कहा कि चाहे कितना ही मुश्किल वक्त क्यों न आ जाए, हम बच्चों के अधिकार और उनका भविष्य उनसे कभी नहीं छीनेंगे.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें