राजस्थान वक्फ बोर्ड को प्रस्तुत होंगे निर्वाचन मण्डल मतदाता सूची नाम के दावे
- राजस्थान में सात दिनों में निर्वाचन मंडल मतदाता सूची में नाम दर्ज करवाने के दावेे प्रस्तुत करने की उम्मीद है.
राजस्थान में एक तरफ सियासी उथल पुथल मची हुई है वहीं दूसरी तरफ मुख्य निर्वाचन प्राधिकारी राजस्थान वक्फ बोर्ड एवं जिला कलक्टर जयपुर श्री अन्तर सिंह नेहरा ने बताया कि वक्फ अधिनियम 1995 (केन्द्रीय अधिनियम संख्या 43) में वर्णित निर्वाचक मण्डलों की मतदाता सूची में नाम दर्ज करवाने के दावे मुख्य निर्वाचन प्राधिकारी, राजस्थान वक्फ बोर्ड को प्रस्तुत किए जा सकते हैं.
अन्तर सिंह नेहरा ने बताया कि ये दावे निर्धारित फार्म नम्बर -1 में इस सूचना के राजपत्र में प्रकाशन के सात दिवस में मुख्य निर्वाचन प्राधिकारी राजस्थान वक्फ बोर्ड एवं जिला कलक्टर जयपुर कार्यालय को प्रस्तुत किए जा सकते हैं. एक तरफ जहां निर्वाचन आयोग अपने काम को आगे बढ़ा रही है वहीं दूसरी तरफ प्रदेश कांग्रेस में सियासी घमासान जारी है.
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बता दें कि पिछले साल बसपा से वापस कांग्रेस में शामिल हुए विधायक राजेन्द्र सिंह गुढ़ा ने बयान देकर सचिन पायलट की मुश्किलें बढ़ा दी है. विधायक गुढ़ा ने मीडिया से बातचीत के दौरान कह डाला कि अगर हम नहीं होते तो सरकार को गिरने से कोई नहीं बचा सकता था. हालांकि गुढ़ा ने यह भी कहा कि जो लोग पार्टी का समर्थन करते हैं वह पार्टी से नाराज भी हो सकते हैं और सवाल भी कतर सकते हैं.
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बातचीत के दौरान विधायक गुढ़ा ने कांग्रेस में खाली विधायक पदों पर अपने साथियों के साथ मंत्रीमंडल में शामिल होने की इच्छा भी जताई है. विधायक राजेन्द्र सिंह गुढ़ा ने यकीनन ही गहलोत सरकार की चिंताओं को बढ़ावा दे दिया है. सियासी संग्राम के बीचो बीच राजस्थान सीएम अशोक गहलोत ने 33 निकायों में 196 नगर पालिका और नगर परिषद के सदस्यों को मनोनित किया है.
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