CM गहलोत के OSD लोकेश शर्मा ने पंजाब राजनीतिक हलचल के बीच किया ट्वीट, फिर पद से दिया इस्तीफा

Shubham Bajpai, Last updated: Sun, 19th Sep 2021, 8:59 AM IST
  • पंजाब के सियासी घमासान की हलचल अब राजस्थान में भी दिखने लगी है. जिसके चलते सीएम अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा को इस्तीफा देना पड़ गया. लोकेश ने पंजाब प्रकरण के बीच एक ट्वीट किया, जिसको लेकर सोशल मीडिया में विवाद बढ़ने लगा और उसे कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के विरोध माना जा रहा है.
सीएम गहलोत के ओएसडी लोकेश ने दिया इस्तीफा

जयपुर. पंजाब में सीएम अशोक गहलोत के इस्तीफे के बाद पंजाब समेत पूरे देश में हलचल मचा दी है. वहीं, कांग्रेस शासित राजस्थान में भी इस उस वक्त हंगामा मच गया. जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने दो लाइन का एक शेर ट्वीट किया. जिसे पंजाब में शीर्ष कांग्रेस नेतृत्व के फैसले के खिलाफ माना जा रहा है. इस ट्वीट के बाद पायलट समर्थक समेत सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आने के बाद लोकेश को इस्तीफा देना पड़ा. लोकेश ने इस्तीफा के साथ एक पत्र भी दिया. जिसमें दिखा कि मैं अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री को भेज रहा हूं. इसे स्वीकार करने का फैसला सीएम का है.

ट्वीट में लिखी ये बात

सीएम के ओएसडी लोकेश शर्मा ने ट्वीट किया कि मजबूत को मजबूर मामूली को मगरूर किया जाए, बाड़ ही खेत को खाए उस फसल को कौन बचाए. इस ट्वीट को पंजाब प्रकरण से जोड़कर शीर्ष नेतृत्व के फैसले के विरोध में देखा जा रहा है. वहीं, इस ट्वीट से उन कयासों को भी बल मिल रहा है, जिसमें राजस्थान सीएम बदलने को लेकर बात की जा रही है.

छत्तीसगढ़ बीजेपी ने ट्वीट कर बताई कैप्टन अमरिंदर सिंह की सीएम पद से इस्तीफा देने की वजह

मेरे ट्वीट को राजनैतिक रंग देकर निकाला जा रहा गलत अर्थ

लोकेश ने सीएम गहलोत को दिए पत्र में लिखा कि मेरे द्वारा किए गए ट्वीट को राजनैतिक रंग देते हुए गलत अर्थ निकालकर पंजाब के घटनाक्रम से जोड़ा जा रहा है. मैं 2010 से ट्विटर पर सक्रिय हूं और मैंने आज तक पार्टी लाइन से अलग या पार्टी के किसी नेता और प्रदेश की कांग्रेस सरकार को लेकर कभी कोई ऐसे शब्द नहीं लिखे हैं जिन्हें गलत कहा जा सके.

राजस्थान सरकार ने दी कोरोना नियमों में छूट, 50 पर्सेट बच्चों के साथ खुलेंगे स्कूल, शादी में 200 मेहमानों को अनुमति

मैं अपना इस्तीफा भेज रहा हूं, निर्णय सीएम का

लोकेश ने आगे लिखा कि ओएसडी की जिम्मेदारी मिलने के बाद से मैंने कोई भी राजनैतिक ट्वीट नहीं किया. हमेशा राज्य सरकार, सीएम और सरकार के फैसले को लेकर बात की. यदि मेरे ट्वीट से किसी भी रूप में पार्टी, सरकार और आलाकमान की भावनाओं को ठेस पहुंची तो मैं क्षमा चाहता हूं कि मेरी मंशा, मेरे शब्द और मेरी भावना किसी भी तरह से ठेस पहुंचाने वाली नहीं थी. मैं अपना इस्तीफा भेज रहा हूं, निर्णय आपको करना है.

 

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें