जयपुर : कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस का हल्ला बोल, आंदोलन तेज करने का ऐलान

Smart News Team, Last updated: Fri, 15th Jan 2021, 6:13 PM IST
  • जयपुर के सिविल लाइंस फाटक पर आयोजित इस धरने-प्रदर्शन में वक्ताओं ने एक सुर में कृषि कानूनों की खामियां गिनाई और मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. साथ ही राजभवन का सांकेतिक घेराव कर मोदी सरकार को चेतावनी दी गई कि जब तक कानून वापस नहीं लिया जाता, तब तक कांग्रेस के धरने प्रदर्शन जारी रहेंगे.
धरने पर बैठे कांग्रेसी

जयपुर. जयपुर में शुक्रवार को कांग्रेस की ओर से कृषि कानूनों के खिलाफ और आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में हल्ला बोल कार्यक्रम आयोजित किया गया. साथ ही राजभवन का सांकेतिक घेराव कर मोदी सरकार को चेतावनी दी गई कि जब तक कानून वापस नहीं लिया जाता, तब तक कांग्रेस के धरने प्रदर्शन जारी रहेंगे.

सिविल लाइंस फाटक पर आयोजित इस धरने-प्रदर्शन में वक्ताओं ने एक सुर में कृषि कानूनों की खामियां गिनाई और मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. हालांकि धरने में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश प्रभारी अजय माकन नहीं आए. दोनों नेताओं का धरने में नहीं आना चर्चा का विषय रहा. धरने को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि देश की जनता ने मोदी को मन की बात सुनने के लिए नहीं, बल्कि किसान, महिलाएं और मध्यम वर्ग की बात सुनने और उनकी समस्याएं दूर करने के लिए देश का प्रधानमंत्री बनाया था.  पीसीसी चीफ ने पेट्रोल डीजल की बढ़ी दरों और कृषि कानूनों को लेकर मोदी सरकार को जमकर घेरा. वहीं, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि धरने पर बैठे किसानों को अलगाववादी कहा जा रहा है. उनका मजाक बनाया जा रहा है. पायलट ने कहा कि देश की मोदी सरकार ने सबसे सबसे पहले मध्यम वर्ग के युवाओं पर आक्रमण किया. इस बार आक्रमण किसानों पर किया है, जो बर्दाश्त के लायक नहीं है.

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पायलट ने कहा कि अगर केंद्र सरकार जिद पर है तो हमें भी आंदोलन तेज करना पड़ेगा. धरने में परिवहन मंत्री प्रताप सिंह, मुख्य सचेतक महेश जोशी, राज्य मंत्री टीकाराम जुली, पूर्व केंद्रीय मंत्री नमोनारायण मीणा, पूर्व महापौर ज्योति खंडेलवाल, वक्फ बोर्ड  चेयरमैन खानु खान, मंत्री शांति धारीवाल, प्रदेश कांग्रेस की उपाध्यक्ष नसीम अख्तर इंसाफ, पीसीसी सचिव ललित तूनवाल        भी पहुंचे.

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