राजस्थान पंचायत चुनाव: बस्सी के अलावा पायलट विरोधी निर्दलीय विधायकों के इलाकों में कांग्रेस हारी

ABHINAV AZAD, Last updated: Sun, 5th Sep 2021, 1:44 PM IST
  • राज्य की सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी ने इस बार के पंचायत चुनाव में सरकार समर्थक निर्दलीयों की सिफारिश पर टिकट दिया था, लेकिन रिजल्ट उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे. 
पंचायत चुनाव में कांग्रेस ने कई सरकार समर्थक निर्दलीय विधायकों की सिफारिश पर टिकट दिया था

जयपुर. राजस्थान पंचायत चुनाव 2021 के परिणामों की घोषणा हो चुकी है. जहां कांग्रेसी विधायक अपना सम्मान बचाने में कामयाब रहे, वहीं सरकार समर्थक निर्दलीय विधायकों के इलाकों में कांग्रेस का परफॉर्मेंस अच्छा नहीं रहा. दरअसल, सरकार समर्थक निर्दलीय विधायकों के इलाकों की बात करें तो बस्सी को छोड़ कहीं भी कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. राज्य की सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी ने इस बार के पंचायत चुनाव में सरकार समर्थक निर्दलीयों की सिफारिश पर टिकट दिया था, लेकिन रिजल्ट उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे.

गहलोत समर्थक निर्दलीय विधायक सिरोही विधायक संयम लोढ़ा, दूदू विधायक बाबूलाल नागर और गंगापुर विधायक रामकेश मीणा के इलाकों में कांग्रेस पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा है. दरअसल, इन इलाकों में संबंधित विधायकों की सिफारिश पर कांग्रेस पार्टी की टिकट दिया गया था. निर्दलीय विधायक सिरोही विधायक संयम लोढ़ा, दूदू विधायक बाबूलाल नागर और गंगापुर विधायक रामकेश मीणा कांग्रेस नेता सचिन पायलट के मुखर विरोधी रहे हैं. जबकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थक माने जाते हैं. साथ ही सरकार समर्थक महुवा से निर्दलीय विधायक ओमप्रकाश हुड़ला के क्षेत्र की पंचायत समिति में कांग्रेस को बहुमत नहीं मिला.

राजस्थान पंचायत चुनाव का फाइनल रिजल्ट घोषित, कांग्रेस 670, बीजेपी को मिली 551 सीट

दरअसल, सरकार समर्थक निर्दलीय विधायकों की सिफारिश पर टिकट देकर कांग्रेस ने जो नया सियासी प्रयोग किया उसमें पार्टी को कामयाबी नहीं मिली. शाहपुरा से निर्दलीय आलोक बेनीवाल के क्षेत्र में भी कांग्रेस बहुमत से दूर रह गई. पार्टी को महज बस्सी में कामयाबी मिली है, जहां निर्दलीय विधायक लक्ष्मण मीणा की दो में से एक पंचायत समिति बस्सी में कांग्रेस को बहुमत मिला है. कहा जाता है कि 6 जिलों में 6 सरकार समर्थक निर्दलीय विधायकों की सिफारिश पर टिकट दिए थे. लेकिन बस्सी को छोड़ बाकी जगहों पर पार्टी को निराशा हाथ लगी है.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें