35 रूपये की कैप्सूल और पांच दिन का कोर्स, बाजार में आई कोरोना ठीक करने की दवा

Atul Gupta, Last updated: Wed, 5th Jan 2022, 5:01 PM IST
  • भारत में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच कोरोना को ठीक करने नई दवा मार्केट में आ चुकी है जिसका नाम है Molnupiravir. भारत की 13 फार्मा कंपनियां इस दवा को तेजी से बना रही है. इसकी एक कैप्सूल की कीमत डॉ. रेड्डी ने 35 रूपये रखी है.
कोरोना की नई दवा Molnupiravir (सांकेतिक फोटो)

जयपुर: देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामलों के बीच कोरोना की नई दवा भी मार्केट में आ चुकी है जो कोरोना के मरीजों पर बेहद कारगर है और अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीज की कोरोना से मौत का खतरा ना के बराबर कर देती है. इस दवा का नाम है Molnupiravir. भारत की 13 कंपनियां इस दवा को बना रही है लिहाजा आने वाले दिनों में इसकी कोई कमी भारत में नहीं होगी और ये आराम से उपलब्ध हो सकेगी. जानकारी के मुताबिक इस दवा की डोज 200 एमजी होगी और इसका कोर्स पांच दिन का होगा.

भारत की शीर्ष फार्मा कंपनी जैसे डॉ रेड्डीज, सन फार्मा, सिप्ला, हीटेरो और ऑप्टीमस जैसे कंपनियों को इस दवा को बनाने की अनुमति मिली है जो अपने ब्रैंड के साथ इस दवा को लॉन्च करेंगे. डॉ रेड्डीज ने इस दवा को Molflu नाम से बाजार में उतारा है जिसके एक कैप्सूल की कीमत कंपनी ने 35 रूपये रखी है. जानकारी के मुताबिक कोरोना संक्रमित मरीज को 24 घंटे के भीतर 8 गोलियां खानी है और ये पांच दिन का कोर्स है यानी कोरोना संक्रमित मरीज पांच दिन में 40 गोली खाएगा यानी कुल मिलाकर 1400 रूपये की दवा मरीज पांच दिन में खाएगा.

हालांकि ये दवा आपको डॉक्टर की सलाह पर ही खानी है और दूसरी बात अगर आपकी उम्र 18 साल से कम हैं या आप गर्भवती हैं तो आपको ये दवा नहीं लेनी है. इसके साथ ही ये भी जान लें कि ये दवा सिर्फ उन मरीजों को दी जाएगी जिनके भीतर कोरोना के गंभीर लक्षण हैं यानी जिनमें हल्के लक्षण हैं उन्हें इस दवा की कोई जरूरत नहीं होगी. ये दवा दरअसल अमेरिकी फार्मा कंपनी Merck's ने बनाई है जिसके FDA ने फिलहाल कोरोना की दवा के तौर पर मंजूरी दे दी है और इसकी भारत में मैनुफैक्चरिंग जारी है.

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