कोरोना वायरस के जाल में उलझा 30 हजार युवाओं का भविष्य
- कोरोना के कारण जयपुर सहित देश के करीब 30 हजार मेडिकल स्टूडेंट्स का भविष्य दाव पर लगा हुआ है.
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जयपुर: वैश्विक महामारी कोरोना के साये में राजधानी जयपुर सहित देश के करीब 30 हजार मेडिकल स्टूडेंट्स का भविष्य दाव पर लगा हुआ है. पिछले साल कोरोना के कारण विश्व के तकरीबन सभी देशों में लॉकडाउन लग गया था. लॉकडाउन लगने के बाद मेडिकल कॉलेजों में पढ़ाई बंद हो गई. इसके बाद विदेशों में पढ़ने वाले सभी मेडिकल स्टडेंट वापस अपने वतन लोट आए.जब कोरोना का प्रभाव कम नहीं हुआ तो विदेशी मेडिकल कॉलेजों ने ऑनलाइन पढ़ाई शुरू करवा दी. लेकिन अब अंतिम वर्ष की पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स के सामने समस्या खड़ी हो गई है कि उन्होंने पढ़ाई तो ऑनलाइन पूरी कर ली लेकिन इंटरर्नशिप के आदेश अभी तक भी जारी नहीं हुए है.
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कुछ देशों की इंटर्नशिप है मान्य
भारत में कुछ देशों की इंटर्नशिप को मान्यता मिली हुई है. चीन, बांग्लादेश, नेपाल सहित कुछ अन्य देशों की इंटर्नशिप को भारत से मान्यता मिली हुई है. इन देशों से मेडिकल की पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स को छूट होती है की वे या तो इन देशों से भी इंटर्नशिप कर सकते है या भारत में आकर यहां से भी इंटर्नशिप कर सकते है. अभी कोरोना के कारण मेडिकल स्टूडेंट वापस से वहां जा पा रहे है और न ही नियमों की वजह से अपने देश में इंटर्नशिप कर पा रहे है.
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स्टूडेंट्स को होगा आर्थिक नुकसान
नियमों की बात की जाय तो समय पर इंटर्नशिप नहीं करने पर स्टूडेंट्स को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ सकता है. नियमों के अनुसार समय पर इंटर्नशिप नहीं करने पर स्टूडेंट्स को वापस उसी देश में जाकर इंटनर्शिप करनी पड़ती है.
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